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Manoj Jarange (File)
Maratha Reservation: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मनोज जरांगे तीन दिनों से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं. सोमवार को उनकी हड़ताल का चौथा दिन है. जरांगे प्रदेश सरकार से मराठा आरक्षण पर सरकारी संकल्प यानी जीआर जारी करने की मांग कर रहे हैं.
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वहीं, मराठा आरक्षण के लिए गठित हुई कैबिनेट की उप समिति के अध्यक्ष और राज्यमंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल, इस मुद्दे पर कानूनी सलाह लेंगे और इस बात को जानेंगे कि क्या हैदराबाद और सतारा गजट से जरांगे की मांग के लिे मदद मिल सकती है.
शुक्रवार से भूख हड़ताल पर बैठे जरांगे
आजाद मैदान में शुक्रवार से भूख हड़ताल जारी है. हड़ताल पर बैठे जरांगे ने कहा कि हम तब तक यहां से नहीं हटेंगे, जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती हैं. उन्होंने कहा कि मराठा समुदाय कुंबी की उपजाति है. जरांगे ने कहा कि हमें 58 लाख रिकॉर्ड मिले हैं, जिससे पता चलता है कि मराठा कुंबियों से जुड़ी हुई है. जो लोग आरक्षण चाहते हैं, वे इसे लेंगे. बता दें, कुंबी एक जाति है, जो कृषि आधारित है. कुंबी जाति अन्य पिछड़ा वर्ग यानी ओबीसी के तहत आती है.
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जानें क्या बोले अजित पवार
हाल ही में महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार पिंपरी चिंचवाड़ के दौरे पर थे. इस दौरान, उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल के नेतृत्व में एक समिति का गठन किया है. मामले में समिति बातचीत कर रही है. देश में हर किसी को विरोध प्रदर्शन करने की छूट है, बशर्ते वह शांतिपूर्ण ढंग से किया जाए. प्रदेश सरकार मांगों का सामाधान निकालने के लिए काम कर रही है. इससे कोई समाधान निकलेगा, हमें इसका पूरा विश्वास है.
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हम इसके लिए सकारात्मक हैं- अजित पवार
पवार ने आगे कहा कि हम मामले में सकारात्मक हैं. कोई रास्ता जरूर निकालेंगे. बातचीत के जरिए समाधान निकालने के लिए हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी समुदायों को न्याय मिलना चाहिए.
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