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गांधी के विचारों को जन-जन तक लेकर जाएगी कमलनाथ सरकार, साल भर होंगे कार्यक्रम

मध्य प्रदेश में महात्मा गांधी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए उनकी 150वीं जयंती के मौके पर पूरे साल विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.

Updated on: 30 Sep 2019, 12:00 PM

भोपाल:

मध्य प्रदेश में महात्मा गांधी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए उनकी 150वीं जयंती के मौके पर पूरे साल विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. राज्य सरकार ने गांधी के विचारों के प्रचार-प्रसार के लिए एक समिति बनाई है, और सभी जिलाधिकारियों को दो अक्टूबर, 2019 से दो अक्टूबर 2020 तक विविध गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश दिए हैं. सरकार की तरफ से जारी बयान के अनुसार, राज्य शासन ने निर्णय लिया है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष को पूरे प्रदेश में समारोहपूर्वक मनाया जाएगा. गांधी जी के सिद्धांतों, विचारों और प्रेरणाओं को बच्चों, युवाओं और आमजन तक पहुंचाने के पूरे साल लगातार गतिविधियां आयोजित की जाएंगी.

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बयान के अनुसार, प्रदेश के विद्यालयों और महाविद्यालयों में गांधी जी के आदर्शो, विचारों एवं प्रेरणाओं पर आधारित चित्रकला प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता, भाषण, क्विज, विचार गोष्ठी और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. शहर के वरिष्ठ नागरिकों, लेखकों, कलाकारों, रंगकर्मियों, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं को कार्यक्रमों से जोड़ा जाएगा.

बयान में कहा गया है कि गांधी जयंती पर दो अक्टूबर को जिलों में प्रभात फेरी निकाली जाएगी, जिसमें शहर के संस्कृतिकर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता और नागरिक शामिल होंगे. प्रभात फेरी के समापन स्थल पर भजन कार्यक्रम होगा. गांधी जी के जीवन दर्शन, ग्राम स्वराज, नशा मुक्ति, कुटीर उद्योगों पर आधारित प्रदर्शनियों का आयोजन भी किया जाएगा. सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की अध्यक्षता में गांधी की 150वीं जयंती के आयोजन के लिए एक समिति बनाई है.

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मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है, 'गांधीजी के विचार, उनके दर्शन और सिद्धांतों को घर-घर तक पहुंचाना है. हमारा मूल लक्ष्य यह होना चाहिए कि युवा पीढ़ी गांधीजी के व्यक्तित्व और कृतित्व को जाने और उसे अपनाए.' राज्य सरकार गांधीजी के विचारों का क्रियान्वयन कैसे हो, इसके लिए एक समग्र प्रारूप तैयार कर रही है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के दर्शन और सर्वधर्म समभाव, धर्मनिरपेक्षता और राष्ट्रीय एकता के लिए उनके जो विशेष आग्रह थे, उस पर एक स्थायी कार्यक्रम के संचालन की रूपरेखा बनेगी और उसी के आधार पर प्रदेश में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को लोगों तक पहुंचाने का काम किया जाएगा.