logo-image

अयोध्या पर कोर्ट के फैसले को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया बोले- गंभीरता और धैर्य से स्वीकारें

बता दें कि अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद प्रकरण पर उच्चतम न्यायालय ने शनिवार को ऐतिहासिक फैसला सुनाया. कोर्ट का यह फैसला विवादित जमीन पर रामलला के हक में आया है.

Updated on: 09 Nov 2019, 02:11 PM

भोपाल:

अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद प्रकरण पर उच्चतम न्यायालय ने शनिवार को ऐतिहासिक फैसला सुनाया. कोर्ट का यह फैसला विवादित जमीन पर रामलला के हक में आया है. कोर्ट ने फैसले में कहा है कि राम मंदिर विवादित स्थल पर बनेगा और मस्जिद निर्माण के लिए अयोध्या में 5 एकड़ जमीन अलग से दी जाएगी. कोर्ट के इस फैसले पर मध्य प्रदेश के कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि मैंने माननीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करता हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि सभी को इस फैसले को पूरी गंभीरता और धैर्य से स्वीकार करना चाहिए.

यह भी पढ़ेंः अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद नाखुश, कही ये बड़ी बात

कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर कहा, 'माननीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करता हूं. सभी को इस फैसले को पूरी गंभीरता और धैर्य से स्वीकार करना चाहिये. हम सब की जिम्मेदारी है कि इस फैसले के बाद आपसी सौहाद्र, भाईचारे और अमन चैन की नींव पर मजबूती से खड़े हमारे देश मे शांति और सद्भाव कायम रहे.' सिंधिया ने एक और ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, 'हम सब मिलकर एक दूसरे का हाथ थामकर प्रेम और परस्पर विश्वास की भावना से देश को आगे बढ़ाएं.'

यह भी पढ़ेंः रामलला को जन्मस्थली पर कानूनी अधिकार मिला, यह आनंद का क्षण- सुमित्रा महाजन

वहीं कोर्ट के फैसले पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, 'अयोध्या मामले पर फ़ैसला आ चुका है. एक बार फिर आपसे अपील करता हूं कि सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले का हम सभी मिलजुलकर सम्मान व आदर करें. किसी प्रकार के उत्साह, जश्न व विरोध का हिस्सा ना बनें. अफवाहों से सावधान व सजग रहे।किसी भी प्रकार के बहकावे में ना आएं.' कमलनाथ ने आगे कहा, 'आपसी भाईचारा , संयम, अमन-चैन, शांति, सद्भाव व सोहाद्र बनाये रखने में पूर्ण सहयोग प्रदान करें. सरकार प्रदेश के हर नागरिक के साथ खड़ी है।क़ानून व्यवस्था व अमन-चैन से खिलवाड़ करने वाले किसी भी तत्व को बख़्शा नहीं जाएगा.'

उधर, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सभी को फैसले का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने फैसले के बाद अपने ट्वीट में लिखा, 'माननीय उच्चतम न्यायालय के फैसले का हम सभी सम्मान करें, आदर करें और स्वागत करें. किसी की हार नहीं हुई है. हमारे देश ने सदैव दुनिया को शांति का संदेश दिया है. मैं देश और प्रदेशवासियों से अपील करता हूं कि आपस में एकता, प्रेम, सद्भाव और भाईचारा बनाए रखें.' इस बीच लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने भी इस फैसले का स्वागत किया.

यह वीडियो देखेंः