Earthquake in Delhi: देश की राजधानी दिल्ली में 17 फरवरी की सुबह 5 बजकर 36 मिनटपर भूकंप आया था. भूकंप का सेंटर धौला कुआं के पास झील वाला पार्क बताया जा रहा है जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण भी इस पार्क में देखने को मिला. 25 से 30 साल पुराना, बड़ा सा पेड़ भूकंप के कारण जड़ समेत उखड़ कर गिर गया.
भूकंप के समय जमीन में जो झटके लगे थे वह इतने जोरदार थे कि मोटा या पेड़ उखड़ कर गिर गया. इस बात की पुष्टि यहां के सिक्योरिटी गार्ड अनीश कुमार चौधरी भी कर रहे हैं. अनीश ने बताया कि सुबह जब भूकंप आया था तो वह यहीं ड्यूटी कर रहा था. भूकंप के बाद एक बहुत जोर से आवाज आई. वह मौके पर पहुंचा तो देखा दशकों पुराने यह विशालकाय पेड़ जड़ से उखाड़ कर गिर गया है. इसकी सूचना उसने अपने ऊपर के अधिकारियों को भी दे दी.
यह पार्क ही भूकंप का सेंटर क्यों बना?
अब सवाल यह उठता है कि आखिर झील वाला यह पार्क ही भूकंप का सेंटर क्यों बना? इस बात की जांच भू वैज्ञानिक भी कर रहे हैं. ग्राउंड जीरो पर जो हमने देखा, उससे पता लगा कि कई एकड़ तक फैले इस पार्क में एक बड़ी सी झील है जिसमें बरसात का पानी हमेशा जमा रहता है.
बिना बारिश के भी दिखा चारों तरफ पानी ही पानी
हाल के दिनों में दिल्ली में बारिश नहीं हुई बावजूद इसके यहां चारों तरफ पानी ही अपनी नजर आ रहा था. यह पेड़ जहां गिरा है, वहां की मिट्टी भी दलदली थी. वहां की मिट्टी में भी पानी की मात्रा काफी ज्यादा थी. क्या यह भी एक वजह हो सकती है कि दिल्ली में आए भूकंप का सेंटर धौला कुआं के पास यह झील वाला पार्क है. इस बात की भी जांच की जा रही है.
रेड जोन में है दिल्ली
बहरहाल राजधानी दिल्ली भूकंप के मामले में जिस तरह हमेशा से रेड जोन में रहता है, इसको लेकर भू वैज्ञानिक भी कई बार अलर्ट कर चुके हैं. ऐसे में राजधानी दिल्ली में आए भूकंप और उसका सेंटर पॉइंट धौला कुआं के यह पार्क में क्यों था? इन सभी विषयों पर भू वैज्ञानिक जांच कर रहे हैं.
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