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COVID-19 के मामलों की संख्या 70 हजार के पार, पीएम मोदी ने राज्यों से 15 मई तक मांगे सुझाव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को कोरोना वारयस (Coronavirus) महामारी से लड़ाई में आगे की दिशा लिए राज्यों से सुझाव मांगा.

Updated on: 12 May 2020, 12:11 AM

दिल्ली:

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को कोरोना वारयस (Coronavirus) महामारी से लड़ाई में आगे की दिशा लिए राज्यों से सुझाव मांगते हुए इस संकट से निपटने में उनसे संतुलित रणनीति का आह्वान किया, जबकि अनेक और लोगों के इस बीमारी के चपेट में आने के साथ ही देश में इसके मामले 70 हजार के पार चले गए. महाराष्ट्र, तमिलनाडु और गुजरात समेत विभिन्न स्थानों पर और लोगों की जान कोविड-19 (COVID-19) के चलते जाने के कारण इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 2,200 के पार चली गयी.

पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बातचीत में कहा, ‘जहां भी हमने सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं किया, लॉकडाउन के नियमों के क्रियान्वयन में ढिलाई बरती, वहीं हमारी समस्याएं बढ़ गयीं.’

पीएम ने कहा विदेशों में फंसे भारतीयों को लाया जा रहा है

उन्होंने कहा कि हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती रियायतों के बाद भी कोविड-19 को गांवों तक फैलने से रोकने की होगी. पिछले कुछ दिनों में जो नये मामले सामने आये हैं उनमें बड़े शहरों से अपने मूल स्थानों पर लौटे प्रवासी श्रमिक हैं जो लॉकडाउन के बाद बेरोजगार और बेघर हो गये थे. उनमें विदेशों से बड़े पैमाने पर लाये गये लोग भी हैं जो लॉकडाउन के चलते विभिन्न देशों में फंस गये थे.

24 घंटे में 4213 नए केस सामने आए 

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार सोमवार सुबह आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 4,213 मामले सामने आए हैं और 97 लोगों की मौत हुई है. इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 67,152 और मृतकों की संख्या 2,206 हो गई है.

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70480 संक्रमण के मामले पहुंचे 

लेकिन पीटीआई-भाषा द्वारा तैयार सूची के अनुसार रात नौ बजकर दस मिनट तक देश में रविवार सुबह से 6000 से अधिक नये मामले सामने अने के साथ ही इस बीमारी के सत्यापित मामले 70,480 हो गये तथा मरने वालों की संख्या 97 बढ़कर 2,206 हो गयी. महाराष्ट्र में इस महामारी के मामले 1230 बढ़कर 23,401 हो गये जबकि 36 और मरीजों की मौत के साथ इस बीमारी से जान गंवाने वालों की संख्या 868 हो गयी.

गुजरात में सोमवार को कोविड-19 संक्रमण के 347 नये मामले सामने आने और 20 मरीजों की मौत होने के साथ ही राज्य में क्रमश: इस महामारी के मामले बढ़कर 8,542 हो गये और अब तक 513 लोगों की जान इस बीमारी के चलते चली गयी. राष्ट्रीय राजधानी में 300 से अधिक नये मामले सामने आये.

कोरोना सामुदायिक प्रसार में ना पहुंचे ये कोशिश करना होगा

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा, ‘यहां (देश में)’ कुछ क्षेत्रों के बारे में पता चला है और कुछ मामलों में कुछ खास जगहों पर बड़ी संख्या में मामले भी सामने आए हैं.’ उन्होंने कहा कि और इस परिप्रेक्ष्य में, यदि आपको याद हो तो एम्स निदेशक (डॉ. रणदीप गुलेरिया) ने कहा था कि यदि इन्हें उचित रूप से नियंत्रित नहीं किया गया तो प्रसार की दर अधिक हो जाएगी. इसलिए, हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि अब हम नियंत्रण प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करें और सुनिश्चित करें कि हम सामुदायिक प्रसार के चरण में न पहुंचें.

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अग्रवाल ने कहा कि कोविड-19 के लक्षण होने पर किसी को इन्हें छिपाना नहीं चाहिए और सामने आकर इसकी जानकारी देनी चाहिए जिससे कि संबंधित व्यक्ति दूसरे लोगों को संक्रमित न कर पाए.

मुख्यमंत्रियों ने बुनियादी ढांचे के विस्तार की मांग की

मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा, ‘आज आप जो सुझाव देते हैं, उसके आधार पर हम देश की आगे की दिशा तय कर पाएंगे.’ उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया मानती है कि भारत खुद को कोविड-19 से सफलतापूर्वक सुरक्षित रख पाया है, राज्यों ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. मुख्यमंत्रियों ने परीक्षण बुनियादी ढांचे के विस्तार की मांग की जबकि कई ने इस महामारी से परेशान अपने राज्यों के लिए वित्तीय सहयोग मांगा.

15 मई तक राज्य के मुख्यमंत्री अपने सुझाव भेजे

सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी ने बैठक में कहा कि हम आपके लोगों के उत्साह के कारण यह लड़ाई जीतेंगे. जो लोग पूरी बात नहीं रख सके, वे 15 मई तक अपने सुझाव भेजें. हम इस बात पर विचार कर रहे हैं कि कैसे और अधिक आर्थिक गतिविधियां चल सकती हैं.

बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि निषिद्ध क्षेत्रों को छोड़कर राष्ट्रीय राजधानी में आर्थिक गतिविधियों की अनुमति दी जानी चाहिए. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि आपात सेवाओं के कर्मचारियों के लिए मुंबई में लोकल ट्रेन सेवाएं शुरू की जाएं.

15 ट्रेनों की सेवा 12 मई से शुरू 

दूसरी तरफ, तमिलनाडु में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि 31 मई तक ट्रेन सेवाओं की अनुमति न दें. शहरी क्षेत्रों से ग्रामीण भारत की तरफ श्रमिकों के पलायन और मजदूरों के अपने घर जाने से आर्थिक गतिविधियों की बहाली में आने वाली समस्याओं पर भी इस बैठक में चर्चा की गयी. कोरोना संकट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पांचवीं बार मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की. मुख्यमंत्रियों से संवाद के दौरान प्रधानमंत्री के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन भी मौजूद रहे. रेल मंत्रालय ने कहा है कि केवल वे लोग ही कफर्म्ड टिकट पर मंगलवारसे 15 ट्रेनों में यात्रा कर सकेंगे जिनमें इस बीमारी के लक्षण नहीं होंगे.