दिल्ली हाईकोर्ट में तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद का केस NIA को सौंपने की याचिका

मौलाना साद के तार भी विदेशी फंडिंग और तमाम तरह से अवैध पैसों के ट्रांजिक्शन को देखते हुए मौलाना पर एनआईए की जांच की मांग की गई है.

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Ravindra Singh
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Tablighi Jamaat Leader Maulana Saad

मौलाना साद( Photo Credit : न्यूज नेशन)

तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद (Maulana Saad) के ऊपर कानूनी शिकंजा लगातार कसता ही जा रहा है. अब मौलाना साद के केस की जिम्मेदारी एनआइए यानि कि नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी को सौंपनें की मांग उठाई जा रही है. आपको बता दें कि एनआईए आतंकी संगठनों और उनकी साजिशों की जांच के मामलों की जांच के लिए जानी जाती है. मौलाना साद के तार भी विदेशी फंडिंग और तमाम तरह से अवैध पैसों के ट्रांजिक्शन को देखते हुए मौलाना पर एनआईए की जांच की मांग की गई है. मौलाना साद के ऊपर एनआईए की जांच की मांग को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है. महाराष्ट्र के  रहने वाले घनश्याम उपाध्याय की ओर से दायर अर्जी में मांग की गई है कि कोर्ट NIA को एक निश्चित समयसीमा के अंदर जांच पूरी करने को कहे. कोर्ट ख़ुद जांच की मॉनीटरिंग करे और समय समय पर जांच की प्रगति के बारे में एजेंसी से रिपोर्ट तलब की जाए.

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आपको बता दें कि इसके पहले भी मौलाना साद और उससे जुड़े लोगों के उत्तर प्रदेश में कुछ बैंक खातों का पता लगा था. इन लोगों के लगभग 7 खातों को सील कर दिया गया था. जांच में अब तक क्राइम ब्रांच को मरकज और उससे जुड़े लोगों के 32 बैंक खातों का पता लग चुका है. मरकज का मुख्य खाता पुरानी दिल्ली के बैंक ऑफ बड़ौदा की लाल कुआं शाखा में है. मौलाना साद से जुड़े बैंक सभी खातों को फ़्रीज़ कर दिया गया है. इससे पहले मौलाना साद के बेटे से पूछताछ के बाद क्राइम ब्रांच ने जाकिर नगर में मरकज प्रबंधन से जुड़े एक शख्श के घर रेड की थी. यहां से वित्तीय लेन-देन से संबंधित कुछ कागजात बरामद हुए थे.

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ट्रेवेल एजेंट ने खोले थे राज
जाकिर नगर में रहने वाला ये व्यक्ति जमात के लिए आने-जाने वाले जमातियों की व्यवस्था करता था. इसके पास रेलवे का टिकट बुक कराने के लिए बाकायदा आईडी है. पुलिस ये पता कर रही है कि अभी ऐसे कितने जमाती है जो छिपे हुए हैं. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को पता चला था कि तब्लीग़ी मरकज आने वाले विदेशी जमातियों के रहने-खाने से लेकर आने-जाने की जिम्मेदारी संभालने वाले ट्रैवल एजेंट से पूछताछ में इन 20 लोगो के बारे में बारे में जानकारी मिली थी. इन 20 लोगों के मोबाइल फोन से लेकर ईमेल आईडी को भी सर्विलांस पर लगाकर महत्वपूर्ण जानकारी क्राइम ब्रांच ने हासिल की है. मौलाना साद के तीनों बेटे और भांजा भी क्राइम ब्रांच के राडार पर है.

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क्राइम ब्रांच को है मौलाना की तलाश
उधर, मौलाना साद ने दिल्‍ली पुलिस के क्राइम ब्रांच की नोटिस का जवाब नहीं दिया है और न ही कोरोना वायरस टेस्‍ट की रिपोर्ट पुलिस को सौंपी है. अब क्राइम ब्रांच मौलाना साद को पांचवां नोटिस देने की जगह सीधे पूछताछ करने और गिरफ्तार करने की योजना बना रही है. मौलाना साद को गिरफ्तार करने की पुलिस तैयारी कर चुकी है. मौलाना साद के अलावा क्राइम ब्रांच की टीम एफआईआर में नामजद बाकी लोगों को भी गिरफ्तार कर सकती है. यह भी दावा किया जा रहा है कि मौलाना साद के ठिकाने के बारे में दिल्‍ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सूचना मिल गई है.

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