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Delhi News: नई दिल्ली के लीला पैलेस होटल में 6 दिसंबर, 2025 को पतंजलि ग्रुप और रूस की मॉस्को सरकार के बीच एक समझौता हुआ है. इस समझौते के तहत ऐसे MoU को साइन किया गया है जिसमें दोनों पक्षों की ओर से कई चीजों को बढ़ावा दिया गया है. इस समझौते को ऐतिहासिक साझेदारी माना जा रहा है, क्योंकि यह भारत और रूस के बीच वेलनेस, हेल्थ टूरिज्म, स्किल्ड मैनपावर एक्सचेंज और रिसर्च सहयोग को नई ऊर्जा मिलेगी.
बाबा रामदेव के अगुवाई में साइन हुआ MoU
शनिवार को दिल्ली में हुए इस आयोजन में इंडिया-रशिया बिजनेस काउंसिल के चेयरमैन एवं मॉस्को सरकार के कॉमर्स मिनिस्टर सर्गी चेरेमिन और पतंजलि ग्रुप के योगऋषि स्वामी रामदेव विशेष रूप से मौजूद रहे थे. कार्यक्रम का माहौल उत्साह, पारस्परिक सम्मान और भविष्य की संभावनाओं से भरा हुआ था.
राष्ट्रपति पुतिन के साथ भारत आए थे सर्गी चेरेमिन
मॉस्को सरकार के कॉमर्स मिनिस्टर सर्गी चेरेमिन हाल ही में भारत आए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के डेलीगेशन का हिस्सा थे. उन्होंने पतंजलि के साथ इस सहयोग को 'भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी का स्वाभाविक विस्तार' बताया हैं. उन्होंने कहा कि वेलनेस और योग के क्षेत्र में भारत का योगदान वैश्विक स्तर पर अद्वितीय है और पतंजलि के साथ यह MoU रूस में एक नए हेल्थ रेवॉल्यूशन का मार्ग प्रशस्त करेगा.
बाबा रामदेव ने क्या कहा?
इस कार्यक्रम में स्वामी रामदेव ने मॉस्को सरकार के विश्वास और सहयोग के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि यह साझेदारी दुनिया को स्वस्थ बनाने के भारत के संकल्प की दिशा में एक बड़ा कदम है. रामदेव ने यह भी बताया कि योग, आयुर्वेद और नेचुरल थेरेपी के क्षेत्र में पतंजलि और रूस की संयुक्त रिसर्च विश्वभर में नई मिसाल कायम करने वाली है. बाबा रामदेव ने कॉन्फ्रेंस में यह भी कहा कि भारत रूस के लोगों के साथ खास जुड़ाव रखता है और भारत के लोग भी राष्ट्रपति पुतिन को बहुत प्रिय हैं. ऐसे में यह समझौता दोनों देशों के रिश्तों को और गहरा करेगा.
#WATCH | Delhi: Patanjali signs an agreement with the Government of Russia, in the presence of Yog Guru and Patanjali's Ramdev and Sergei Cheremin, Minister of the Government of Moscow & Chairman of the Business Council for Cooperation with India. pic.twitter.com/PltPHM6uUp
— ANI (@ANI) December 6, 2025
MoU क्यों साइन किया गया?
इस MoU को साइन करने से भारत और रूस, दोनों देशों के बीच हेल्थ और टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम्स, विशेषज्ञों का आदान-प्रदान और एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट्स जैसे क्षेत्रों में लॉन्ग टर्म सपोर्ट मिलेगा. भारत और रूस के बीच दशकों पुराने संबंधों में यह समझौता एक नया अध्याय जोड़ रहा है और आने वाले समय में दोनों देशों की वैश्विक वेलनेस इंडस्ट्री में अहम भूमिका रहेगी.
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