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दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी के नजदीक पहुंची, हवा के रुख और पराली जलाने से हालात बिगड़े

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के वायु गुणवत्ता निगरानी सेवा सफर के मुताबिक मंगलवार को वायु गुणवत्ता फिर ‘गंभीर’ श्रेणी में आ जाएगी.

Updated on: 12 Nov 2019, 02:00 AM

दिल्ली:

दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता सोमवार को ‘गंभीर’ श्रेणी के नजदीक रही. खेतों में पराली जलाने में बढ़ोतरी, वायु की गति में कमी और प्रदूषकों के फैलाव में तापमान के चलते बाधा आने के कारण हालात तेजी से बिगड़े हैं. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के वायु गुणवत्ता निगरानी सेवा सफर के मुताबिक मंगलवार को वायु गुणवत्ता फिर ‘गंभीर’ श्रेणी में आ जाएगी. दिल्ली का सकल एक्यूआई सोमवार को शाम चार बजे 360 था, जो रविवार को 321 के मुकाबले अधिक है.

एक्यूआई नेहरू नगर (406), अशोक विहार (402), रोहिणी (414), विवेक विहार (406), वजीरपुर (409), बवाना (414), मुंडका (413) और आनंद विहार (412) में गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया. गाजियाबाद में भी प्रदूषण का स्तर शाम को ‘गंभीर’ श्रेणी में आ गया. ग्रेटर नोएडा और नोएडा में भी इसमें बढ़ोतरी देखने को मिली. सर्दियों के आगाज के साथ ही, न्यूनतम तापमान में गिरावट से हवा में ठंडक बढ़ गई है और भारीपन आ गया है, जिससे प्रदूषक तत्व जमीन के निकट जमा हो रहे हैं.

गौरतलब है कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘अत्यंत खराब’, 401-500 के बीच ‘गंभीर’ और 500 के पार ‘बेहद गंभीर’ माना जाता है. भारतीय मौसम विभाग के क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि हवा की गति में कमी आने के चलते प्रदूषण का स्तर बढ़ा है. उन्होंने बताया कि पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने में बढ़ोतरी हुई है, जिसका असर भी दिल्ली-एनसीआर में देखने को मिल रहा है.