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आर्थिक पैकेज 20 नहीं 3.22 लाख करोड़ का है, कांग्रेस ने वित्त मंत्री के दावों पर उठाया सवाल

कांग्रेस ने रविवार को सरकार पर आर्थिक पैकेज के नाम पर लोगों को गुमराह करने तथा ‘‘धोखा और चालबाजी’’ करने का आरोप लगाया तथा कहा कि केंद्र द्वारा घोषित उपाय भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का केवल 1.6 प्रतिशत हैं.

Updated on: 17 May 2020, 11:12 PM

दिल्ली:

कांग्रेस ने रविवार को सरकार पर आर्थिक पैकेज के नाम पर लोगों को गुमराह करने तथा ‘‘धोखा और चालबाजी’’ करने का आरोप लगाया तथा कहा कि केंद्र द्वारा घोषित उपाय भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का केवल 1.6 प्रतिशत हैं. यह 3.22 लाख करोड़ रुपये का है, न कि 20 लाख करोड़ रुपये का जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने दावा किया था.

कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा (Anand Sharma) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘‘कथनी और करनी’’ एक समान रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि छोटे और मध्यम उपक्रमों तथा गरीबों के हाथों में पैसे देने की घोषणा की जानी चाहिए ताकि अर्थव्यवस्था में फिर से नयी जान आ सके. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देना और लोगों को केवल ऋण दिए जाने के बीच अंतर है.

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कांग्रेस ने आर्थिक पैकेज पर बहस के लिए वित्त मंत्री को चुनौती दी

पूर्व केंद्रीय मंत्री शर्मा ने प्रधानमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं पर सवाल उठाते हुए आर्थिक पैकेज पर बहस के लिए वित्त मंत्री को चुनौती दी. शर्मा ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘सरकार का आर्थिक पैकेज सिर्फ 3.22 लाख करोड़ रुपये का है तथा यह भारत की जीडीपी का सिर्फ 1.6 प्रतिशत है और यह 20 लाख करोड़ रुपये का नहीं है, जैसी प्रधानमंत्री ने घोषणा की थी.’

मेरे द्वारा दिए गए आंकड़े को गलत साबित करें वित्त मंत्री

उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री की घोषणा पर आपत्ति जताते हुए मैं वित्त मंत्री से सवाल कर रहा हूं और सरकार को चुनौती दे रहा हूं कि वह मेरे द्वारा दिए गए आंकड़ों को गलत साबित करे, मैं वित्त मंत्री के साथ बहस के लिए तैयार हूं.’

पी चिदंबरम ने कहा- वित्तीय प्रोत्साहन के लिए सही उपाय होगा

पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि अतिरिक्त ऋण और अतिरिक्त व्यय (30,42,230 करोड़ रुपये के व्यय बजट से ऊपर) वित्तीय प्रोत्साहन के लिए सही उपाय होगा. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री-वित्त मंत्री का 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज गरीब विरोधी, किसान विरोधी, श्रमिक विरोधी, दुकानदार विरोधी, नौकरीपेशा विरोधी, एमएसएमई विरोधी, यानी देश विरोधी है. देश को मिला धोखा, चालबाजी, नीम-हकीमी.’

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मजदूरों की दुर्दशा पर सरकार को जवाब देना चाहिए

वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साधा. आनंद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस यह बताना चाहती है कि वेतन समर्थन, आय समर्थन, वित्तीय समर्थन और अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन में एवं उधार, ऋण और अतिरिक्त लोन में बहुत अंतर है. उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार की योजना के अभाव में सड़कों पर पैदल चलने के लिए मजबूर प्रवासियों की दुर्दशा पर सरकार को देश को जवाब देना चाहिए.

शर्मा ने सीतारमण पर निशाना साधा और कहा कि देश को वित्त मंत्री से कुछ गंभीरता की उम्मीद है.उन्होंने सरकार से देश के उन गरीब नागरिकों से माफी मांगने को कहा जिन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया गया है और जिनके मौलिक और कानूनी अधिकारों का उल्लंघन किया गया है.