Hamar Bihar Conclave: सहनी ने माना कि 2015 से उनकी अमित शाह से करीबी रही थी और उन्हें कई वादे किए गए थे. 'लेकिन आरक्षण का वादा पूरा नहीं किया गया.
Hamar Bihar Conclave: बिहार की सियासत में वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है. सहनी ने साफ किया है कि उनकी पार्टी सभी 243 सीटों पर तैयारी कर रही है, लेकिन असली लक्ष्य 60 सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़ने और डिप्टी सीएम पद हासिल करने का है.
गठबंधन पर रुख
सहनी ने कहा कि इस बार वे सीटों के बंटवारे को लेकर जल्दबाजी नहीं करेंगे. “हम सहयोगियों से तालमेल बनाकर ही आगे बढ़ेंगे. पिछली बार की गलतियों को दोहराया नहीं जाएगा,” उन्होंने जोड़ा.
निषाद समाज और आरक्षण का मुद्दा
सहनी ने दोहराया कि उनकी राजनीति का केंद्र निषाद समाज को आरक्षण दिलाना है. उन्होंने सवाल उठाया, “जब बंगाल और दिल्ली में निषादों को आरक्षण मिल सकता है तो बिहार में क्यों नहीं?”
नीतीश कुमार पर टिप्पणी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उन्होंने अपना अभिभावक बताया, लेकिन स्वास्थ्य पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर वे स्वस्थ नहीं हैं तो “नई पीढ़ी को मौका मिलना चाहिए.”
केंद्र सरकार पर उठाए सवाल
सहनी ने केंद्र सरकार पर भी सवालों की झड़ी बांधी.
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बीजेपी और अमित शाह से रिश्ते
सहनी ने माना कि 2015 से उनकी अमित शाह से करीबी रही थी और उन्हें कई वादे किए गए थे. 'लेकिन आरक्षण का वादा पूरा नहीं किया गया. बीजेपी चाहती है कि मैं उनके साथ आऊं, लेकिन निषाद समाज का हक़ मिले बिना यह संभव नहीं,” उन्होंने कहा.
जाति बनाम विकास
जातीय राजनीति के सवाल पर सहनी ने जवाब दिया कि उनका मकसद सिर्फ निषाद समाज का हक दिलाना नहीं, बल्कि सभी वर्गों का विकास करना है. “मेरी पार्टी में हर जाति के लोग हैं और मंत्री रहते हुए मैंने सबके लिए काम किया,” उन्होंने स्पष्ट किया.
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