Bihar News: सुर्खियों में रहने वाला बिहार का शिक्षा विभाग एक बार फिर चर्चाओं में आ गया है. इस बार मामला और भी चौंका देने वाला है. पूर्वी चंपारण जिले के अरेराज प्रखंड स्थित यूएमएस गोबिंदगंज गर्ल्स स्कूल की एक मृत शिक्षिका से विभाग ने स्पष्टीकरण मांग लिया है. इतना ही नहीं, विभाग ने 24 घंटे में जवाब नहीं देने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दे दी है.
ये है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शिक्षिका उर्मिला कुमारी की मृत्यु लगभग एक वर्ष पूर्व हो चुकी है, बावजूद इसके उनका नाम गैरहाजिर शिक्षकों की सूची में शामिल कर स्पष्टीकरण मांगा गया है. मोतिहारी के डीईओ सजीव कुमार सिंह ने 3 अप्रैल को ‘ई-शिक्षा कोष’ ऐप के माध्यम से जिले के शिक्षकों की उपस्थिति की जांच की थी. जांच में 969 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए. इनमें से 52वें नंबर पर मृत शिक्षिका उर्मिला कुमारी का नाम दर्ज है. साथ ही, एक साल पहले रिटायर हुए शिक्षक तारकेश्वर प्रसाद से भी जवाब तलब किया गया है.
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मांगा स्पष्टीकरण और दी चेतावनी
डीईओ के आदेश के अनुसार, जिन शिक्षकों ने उपस्थिति दर्ज नहीं की या ऐप पर सही ढंग से उपस्थिति अपडेट नहीं की, उनसे 24 घंटे में स्पष्टीकरण मांगा गया है. चेतावनी दी गई है कि जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई की जाएगी. इस अजीबो-गरीब लापरवाही पर अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या शिक्षा विभाग को मृत और रिटायर शिक्षकों की सही जानकारी भी नहीं है? सोशल मीडिया पर भी यह मामला तेजी से वायरल हो रहा है और लोग विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं. आम लोगों और शिक्षकों के बीच चर्चा है कि क्या यमलोक से शिक्षिका स्पष्टीकरण देने आएंगी?
इस मामले ने एक बार फिर बिहार के शिक्षा विभाग की लचर व्यवस्था को उजागर कर दिया है. ऐसे में अब देखना होगा कि विभाग अपनी इस गलती को कैसे सुधारता है और जिम्मेदारों पर क्या कार्रवाई होती है.
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