भगवान जगन्नाथ की बहुड़ा यात्रा को लेकर तैयारियां पुख्ता : चंचल राणा
शुभमन गिल की सफलता के पीछे युवराज का हाथ : योगराज सिंह
मल्लिकार्जुन खड़गे ने तेलंगाना में कल्याणकारी योजनाओं के कार्यान्वयन की समीक्षा की
शुभमन ने अपने आलोचकों का मुंह बंद कर दिया : ज्वाला सिंह
पुरी नगर निगम बनने को तैयार, संबित पात्रा ने 'डबल इंजन सरकार' का जताया आभार
अलमाटी बांध की ऊंचाई बढ़ाने का विरोध करेगी महाराष्ट्र सरकार : मंत्री विखे पाटिल
हरियाणा : बैठक में अधिकारी के न आने पर भड़कीं सांसद कुमारी शैलजा, भाजपा सरकार पर साधा निशाना
राजस्थान में अंत्योदय शिविरों में लंबित जन समस्याओं का हो रहा समाधान : सीएम भजन लाल शर्मा
विश्व मुक्केबाजी कप : नूपुर फाइनल में पहुंची, अविनाश जामवाल भी सेमीफाइनल में

Marry kom BirthDay : मैरी कॉम को भगवान ने खेल के लिए ही चुना, जानिए उनकी उपलब्‍धियां 

आज एक मार्च है और एक मार्च को ही एक ऐसी लड़की का जन्‍म हुआ, जिसने परिवार और देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन करने का काम किया है. जी हां, हम बात कर रहे हैं भारतीय महिला मुक्‍केबाज मैरीकॉम की.

आज एक मार्च है और एक मार्च को ही एक ऐसी लड़की का जन्‍म हुआ, जिसने परिवार और देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन करने का काम किया है. जी हां, हम बात कर रहे हैं भारतीय महिला मुक्‍केबाज मैरीकॉम की.

author-image
Pankaj Mishra
New Update
Mary Kom

Mary Kom ( Photo Credit : IANS)

आज एक मार्च है और एक मार्च को ही एक ऐसी लड़की का जन्‍म हुआ, जिसने परिवार और देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन करने का काम किया है. जी हां, हम बात कर रहे हैं भारतीय महिला मुक्‍केबाज मैरीकॉम की. मैरीकॉम को भारत में शायद ही कोई हो जो न जानता हो, चाहे वे खेलों में दिलचस्‍पी रखता हो अथवा न रखता हो. मैरी कॉम छह बार वर्ल्‍ड एमेच्‍योर बॉक्‍सिंग चैंपियन बनने वाली अकेली भारतीय हैं. इसके साथ ही विश्‍व टेस्‍ट चैंपियनशिप के भी वे आठ खिताब जीत चुकी हैं. पांच बार की विश्‍व चैंपियन रही एमसी मैरी कॉम एक बार फिर ओलंपिक की तैयारी में जुटी हैं. 

Advertisment

यह भी पढ़ें : टीम इंडिया WTC फाइनल में पहुंची तो नहीं होगा एशिया कप 2021, अहसान मनी ने क्‍या कहा, जानिए 

मैरी कॉम पर एक फिल्‍म भी बन चुकी है. जिसमें बॉलीवुड की दिग्‍गज अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने पर्दे पर उनके जीवन, संघर्ष और सफलता को बाखूबी उतरा है. मैरी कॉम बीते एक दशक से भारतीय मुक्केबाजी का चेहरा हैं. उन्हें सर्वकालिक महान एमेच्योर मुक्केबाजों में गिना जाता है. हालांकि वह इस बात को लेकर हैरान होती हैं कि वह खेल की दुनिया में कैसे आ गईं. मैरी कॉम ने पिछले दिनों एक इंटरव्‍यू में कहा था कि उनकी हमेशा से खेलों में रुचि थी, लेकिन वे खेलों के महत्व और इसके फायदे को नहीं जानती थी. उन्होंने बताया था कि मुझे अपने गांव में लड़कों के साथ खेलना पसंद था क्योंकि लड़कियां तो कभी खेलती नहीं थीं. मेरे बचपन की स्थिति अभी की स्थिति से काफी अलग थी. उस समय सिर्फ लड़के ही खेला करते थे.

यह भी पढ़ें : स्‍पिन पिच पर बल्‍लेबाजों को रखना चाहिए इसका ध्‍यान, जानिए दिलीप वेंगसरकर ने क्‍या कहा 

मैरी कॉम ने इंटरव्‍यू के दौरान कहा था कि मुझे लगता है कि भगवान ने मुझे खेल के लिए चुना था क्योंकि मेरे खेल में आने और अपनी पूरी जिंदगी खेल को देने का कोई और कारण नहीं हो सकता. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं इस तरह का करियर बनाऊंगी. धीरे-धीरे मैं खेलों का महत्व समझने लगी कि अगर आप यहां अच्छा करेंगे तो आपको नौकरी के ज्यादा मौके मिलेंगे. अगर आप खेलों में कामयाब हो तो जिंदगी में भी कामयाब होगे. मैरी कॉम ने कहा कि जब उन्होंने शुरुआत की थी तो महिला मुक्केबाजों की कमी थी.

यह भी पढ़ें : मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्‍टेडियम की पिच पर नाथन लियोन ने कही ये बड़ी बात 

बॉक्सिंग रिंग में मैरी कॉम उतर गई तो फिर उन्‍होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. हालांकि एक महिला होने के नाते उनका सफर आसान नहीं था, लेकिन इसके बाद भी उन्‍होंने अपनी मेहनत और प्रतिभा के बल पर रास्‍ते को आसान किया और लगातार आगे ही बढ़ती चली गईं. दिग्गज मुक्केबाज मैरी कॉम ने कहा था कि जिस खेल में वे हैं, वो पुरुष प्रधान है. यह आमतौर पर पुरुषों का खेल समझा जाता है. इसलिए जब उन्‍होंने मुक्केबाजी की शुरुआत की थी तो मेरे लिए यह काफी मुश्किल था. मेरे अलावा एक या दो लड़कियां ट्रेनिंग कर रही थीं, इसलिए मुझे लड़कों के साथ ट्रेनिंग करनी पड़ी. मैं सिर्फ इतना कहना चाहती हूं कि मुक्केबाजी सिर्फ पुरुषों का खेल नहीं है. अगर पुरुष खेल सकते हैं तो महिला भी खेल सकती हैं.

Source : Sports Desk

Mary Kom Mary Com
      
Advertisment