logo-image

IPL 2022 Mega Auction: अहमदाबाद की टीम को नहीं मिली परमीशन तो क्या होगा आईपीएल पर असर?

IPL 2022 के लिए अहमदाबाद की टीम पर तमाम सवाल खड़े हो गए हैं. अहमदाबाद की टीम को अभी तक अनुमति नहीं मिलने के कारण आईपीएल के आगे की सारी प्रक्रिया रूकी हुई है. 

Updated on: 19 Dec 2021, 05:55 PM

नई दिल्ली :

IPL 2022 Mega Auction: आईपीएल 2022 मेगा ऑक्शन के लिए सभी टीमें तैयारी कर रही हैं लेकिन अहमदाबाद की टीम का मामला अधर में फंसा हुआ है. अहमदाबाद की टीम का टेंडर सीवीसी कैपिटल्स को मिला था लेकिन अभी तक इस कंपनी को लेटर ऑफ इंटेंट नहीं मिला है. लेटर ऑफ इंटेंट के कारण ही आईपीएल के आगे की सारी गतिविधि रूकी हुई हैं. अब सवाल ये है कि अगर अहमदाबाद की टीम को अगर लेटर ऑफ इंटेंट नहीं मिला तो क्या होगा. सभी आईपीएल प्रेमी इसका जवाब ढूंढने में लगे हुए हैं. 

इसे भी पढ़ेंः Sachin Tendulkar News: शाहरुख, अमिताभ और विराट को पछाड़कर सचिन तेंदुलकर टॉप पर

आपको बता दें कि लेटर ऑफ इंटेंट एक परमीशन लेटर होता है, जिसके बाद ही टीम को आईपीएल में भाग लेने की औपचारिक अनुमति मिलती है. इसके बिना कोई भी टीम आईपीएल में भाग नहीं ले सकती. इस बार आईपीएल में यानी आईपीएल 2022 में दो नई टीमें लखनऊ और अहमदाबाद शामिल की गई हैं. इसमें लखनऊ की टीम आरपीएसजी ग्रुप ने खरीदी है, जिसे लेटर ऑफ इंटेंट मिल गया है लेकिन अहमदाबाद की टीम सीवीसी कैपिटल्स ने खरीदी है, जिसे लेटर ऑफ इंटेंट नहीं मिला है. दरअसल, यह आरोप है कि सीवीसी कैपिटल्स का इंवेस्टमेंट एक विदेशी कंपनी में है, जो बिडिंग कंपनी है मतलब की सट्टेबाजी से जुड़ी कंपनी है. भारत में सट्टेबाजी बैन है. ऐसे में बीसीसीआई ने सीवीसी कैपिटल्स को लेटर ऑफ इंटेट नहीं दिया है. सीवीसी कैपिटल्स के बिडिंग कंपनी से संबंधों की जांच करने के लिए आईपीएल जीसी का गठन किया गया था और अब यह पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट के एक रिटायर जज को सौंप दिया गया है. अब जांच में क्या फैसला होता है यह तो समय बताएगा लेकिन सवाल उठ रहा है कि अगर अहमदाबाद की टीम को लेटर ऑफ इंटेंट नहीं मिला तो क्या होगा. ऐसी स्थिति में मुख्यतः तीन विकल्प दिखाई दे  रहे हैं. 

1- नौ टीमों का आईपीएल- एक संभावना ये हो सकती है कि अहमदाबाद की टीम को आईपीएल में शामिल ही न किया जाए और सिर्फ नौ टीमों का आईपीएल कर दिया जाए. अगर ऐसा हुआ तो पहली बार नौ टीमों का आईपीएल होगा. 

2- फिर से लगेगी बोली- दूसरी संभावना ये भी है कि दसवीं टीम के लिए फिर से टेंडर डाला जाए और अहमदाबाद की टीम के फिर शुरू से गठन किया जाए. 

3- दूसरी बोली को टेंडर- तीसरा विकल्प ये भी दिखाई दे रहा है कि अहमदाबाद की टीम के लिए सीवीसी कैपिटल्स के बाद जिस कंपनी ने दूसरा सबसे बड़ा टेंडर डाला था, उसे अहमदाबाद की टीम का मालिकाना हक सौंप दिया जाए.