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MS Dhoni नहीं जा पाएंगे UAE, लेकिन क्‍यों, जानिए यहां

आईपीएल 2020 की तैयारी अब शुरू हो चुकी है. बीसीसीआई ने भले इसको लेकर अभी तक औपचारिक ऐलान न किया हो, लेकिन टीम टीमें तैयारी में जुट गई हैं, वहीं खिलाड़ियों ने भी घर से बाहर निकलकर तैयारी शुरू कर दी है.

Updated on: 19 Jul 2020, 09:48 AM

New Delhi:

आईपीएल 2020 (IPL 2020) की तैयारी अब शुरू हो चुकी है. बीसीसीआई (BCCI) ने भले इसको लेकर अभी तक औपचारिक ऐलान न किया हो, लेकिन टीम टीमें तैयारी में जुट गई हैं, वहीं खिलाड़ियों ने भी घर से बाहर निकलकर तैयारी शुरू कर दी है. लेकिन माना जा रहा है कि आईपीएल 13 (IPL 13) से पहले टीम इंडिया (Team India) के खिलाड़ी एक जगह एकत्र होंगे और वहीं पर टीम का एक प्रैक्‍टिस कैंप (Team India Practice Camp) लगेगा, वहीं पर टीम इंडिया आईपीएल की तैयारी करेगी, क्‍योंकि पिछले करीब चार महीन से सभी खिलाड़ी अपने अपने घरों में ही हैं. 

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लेकिन अब सवाल यही है कि यह कैंप लगेगा कहां. पहले कहा जा रहा था कि यह कैंप बेंगलुरु के एनसीए में लगेगा. हालांकि बेंगलुरु में कोरोना का कहर काफी ज्‍यादा है, इसलिए फिर कहा गया कि हो सकता है कि कैंप हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में लगे. लेकिन अब दोनों जगहें पीछे छूट गई हैं. माना जा रहा है कि अगर आईपीएल यूएई में होगा तो फिर भारत में अलग अलग जगहों से खिलाड़यों को लाकर एक जगह एकत्र करने की बजाय कैंप भी दुबई में ही लगा दिया जाए. इस बीच बोर्ड के एक अधिकारी का कहना है कि आईपीएल दुबई में होता है तो ही भारतीय क्रिकेटरों का यहां अभ्यास करने का कोई मतलब है. वहां अच्छा बुनियादी ढांचा है. आईपीएल वहीं होने की संभावना अधिक है, क्योंकि कोरोना महामारी के चलते भारत असुरक्षित होता जा रहा है. उन्होंने कहा कि अभ्यास शिविर धर्मशाला या मोटेरा स्टेडियम अहमदाबाद में भी हो सकता है लेकिन कोरोना के मामले बढ़ते रहने की दशा में दुबई ही सबसे सुरक्षित है.

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लेकिन अब एक खास बात. वह यह कि क्‍या टीम इंडिया के इस कैंप में पूर्व कप्‍तान एमएस धोनी शामिल होंगे. तो शायद इसका जवाब न में ही होगा. क्‍योंकि यह पहले ही साफ है कि बीसीसीआई जुलाई के मध्य से या फिर अगस्‍त की शुरुआत में सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट में शामिल खिलाड़ियों के लिए ही कैंप शुरू करने की प्लानिंग कर रही है. और आप तो जानते ही हैं कि एमएस धोनी सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट लिस्‍ट में शामिल नहीं है, उन्‍हें इसी साल जनवरी में इससे बाहर कर दिया गया था.

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तो क्‍या फिर यह पक्‍का माना जाए कि एमएस धोनी टीम इंडिया के इस कैंप में शामिल नहीं हो पाएंगे, अगर कैंप दुबई में लगता है तो. लेकिन माना यह भी जा रहा है कि अगर कैंप शुरू होता है तो फिर इसमें अनुबंध पूल के बाहर के भी कुछ खिलाड़ी शामिल हो सकते हैं. अभी कुछ ही दिन पहले भारतीय चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने कहा था कि अगर T20 विश्व कप होता है तो एमएस धोनी को बुलाया जा सकता है. लेकिन आईपीएल सितंबर से नवंबर तक तभी हो पाएगा, जब सोमवार को आईसीसी ऐलान कर दे कि इस साल का T20 विश्‍व कप नहीं होगा.

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इसके साथ ही एमएसके प्रसाद ने तब यह भी कहा था कि अगर टीम इंडिया का कैंप किसी द्विपक्षीय सीरीज के लिए लगता है तो चयन समिति अलग तरीके से सोच सकती है. उन्होंने कहा था कि मुझे नहीं पता कि टी-20 विश्व कप हो रहा है या नहीं. अगर यह हो रहा है और आप शिविर को टूर्नामेंट पूर्व तैयारी के तौर पर देखेंगे ऐसे में धोनी को निश्चित रूप से होना चाहिए. अगर यह दो देशों की सीरीज के लिए है तो आपके पास पहले से ही केएल राहुल, ऋषभ पंत और संजू सैमसन हैं. प्रसाद ने हालांकि यह भी कहा था कि धोनी की मौजूदगी से शिविर में विकेटकीपरों को काफी फायदा होगा. धोनी के विश्व कप जीतने वाली टीम के पूर्व साथी खिलाड़ी आशीष नेहरा ने भी काफी दिन पहले कहा था कि अगर यह विकेटकीपर-बल्लेबाज खुद खेलना चाहता हैं, तो उन्हें टीम में होना चाहिए. उन्होंने कहा था कि अगर मैं राष्ट्रीय चयनकर्ता होता तो एमएस धोनी मेरी टीम में होते.

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लेकिन सवाल इतने पर ही खत्‍म नहीं होता. सवाल यह भी है कि कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं जो सेंट्रल कॉन्‍ट्रेट की लिस्‍ट में शामिल नहीं हैं, लेकिन वे आईपीएल खेलते हैं और पूरी संभवना है कि उनमें से कई खिलाड़ी आने वाले कुछ सालों में टीम इंडिया के लिए भी खेलते हुए दिखाई दें. ऐसी ही कुछ बात ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने कही थी. उन्‍होंने कहा था कि वे कैंप में युवा खिलाड़ियों को देखना चाहते हैं. उन्होंने कहा था कि मैं उस शिविर में सूर्यकुमार यादव सहित युवा खिलाड़ियों को देखना चाहूंगा जिसमें अंडर -19 टीम के लेग स्पिनर रवि बिश्नोई और यशस्वी जायसवाल भी हों. उन्हें सीनियर खिलाड़ियों के साथ बातचीत करने का मौका मिलना चाहिए. हालांकि जब धोनी को लेकर चर्चा चल रही थी तभी चयन मामलों के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि अगर धोनी को शिविर के लिए चुना जाता है तो यह बहुत ही आश्चर्यजनक होगा. उन्होंने कहा था कि वह एक साल तक नहीं खेले हैं, आपको उनकी फिटनेस के बारे में पता नहीं है. वह केंद्रीय अनुबंध में नहीं है और पिछले साल वेस्टइंडीज के खिलाफ टी -20 के लिए भी उन्हें नहीं चुना गया था. इतने के बाद भी अगर उन्हें शिविर के लिए बुलाया जाता है, तो यह आश्चर्यजनक होगा.