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CSKvRR : एमएस धोनी नंबर-7 पर बल्‍लेबाजी करने क्‍यों आए, खुद ही बताया

महेंद्र सिंह धोनी ने साथ ही कहा कि चेन्नई सुपरकिंग्‍स को 217 रनों के लक्ष्य के हिसाब से अच्छी शुरुआत नहीं मिली. उन्होंने कहा कि 217 रनों के लक्ष्य को देखते हुए, हमें बहुत अच्छी शुरुआत की जरूरती थी.

Updated on: 23 Sep 2020, 03:45 PM

नई दिल्‍ली :

राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ आईपीएल 2020 के अपने दूसरे मैच में मात खाने वाली चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने खुद के नंबर-7 पर आने पर कहा है कि उन्होंने ऐसा कोविड-19 के कारण लंबे गैप के कारण किया. एमएस धोनी ने साथ ही कहा कि वह सैम कुरैन को ऊपर खेलने का मौका देना चाहते हैं. एमएस धोनी ने शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए मैच में आखिरी ओवर में लगातार तीन छक्के मारे. चेन्नई सुपरकिंग्‍स हालांकि 16 रन से पीछे रह गई और मैच हार गई.

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एमएस धोनी ने मैच के बाद कहा कि मैंने लंबे समय से बल्लेबाजी नहीं की है. 14 दिन के क्वारंटीन से मदद नहीं मिली. साथ ही हम कुछ अलग करना चाहते थे, सैम कुरैन को मौका देना चाहते थे. हमारे पास अलग-अलग चीजें करने का मौका था. अगर ये काम नहीं करती हैं तो आप वापस आपनी मजबूत चीजों पर जा सकते हो. महेंद्र सिंह धोनी ने साथ ही कहा कि चेन्नई सुपरकिंग्‍स को 217 रनों के लक्ष्य के हिसाब से अच्छी शुरुआत नहीं मिली. उन्होंने कहा कि 217 रनों के लक्ष्य को देखते हुए, हमें बहुत अच्छी शुरुआत की जरूरती थी जो हमें मिली नहीं. स्टीव स्मिथ और संजू सैमसन ने अच्छी बल्लेबाजी की.

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हालांकि इस बीच भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरने वाले एमएस धोनी के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि धोनी ने विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए बल्लेबाजी क्रम में नीचे उतरकर मोर्चे से अगुवाई नहीं की. गौतम गंभीर ने कहा कि किसी और कप्तान ने ऐसा किया होता तो उसकी काफी आलोचना होती, लेकिन चूंकि वह धोनी हैं तो लोग इस बारे में बात भी नहीं कर रहे. एमएस धोनी ने अपने से पहले सैम कुरेन, ऋतुराज गायकवाड़ और केदार जाधव को भेजा. गौतम गंभीर ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो टी20 टाइम आउट में कहा कि ईमानदारी से कहूं तो मैं हैरान था. एमएस धोनी सातवें नंबर पर. ऋतुराज गायकवाड़ और सैम कुरेन उनसे पहले. इसका क्या मतलब था. आपको तो मोर्चे से अगुवाई करनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि इससे मोर्चे से अगुवाई करना नहीं कहते. फाफ अकेले किला लड़ाता रहा. भारत के लिए 2003 से 2016 के बीच 58 टेस्ट और 147 वनडे खेल चुके गौतम गंभीर ने कहा कि जल्दी आउट होने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन कम से कम टीम को प्रेरित तो करना चाहिए. आखिरी ओवर में आपने क्या किया (तीन गेंद में तीन छक्के). यही पहले किया होता तो नतीजा कुछ और होता.

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उधर पहले ही मैच से जीत का आगाज करने वाले राजस्थान रॉयल्‍स के कप्तान स्टीव स्मिथ ने 32 गेंदों पर 74 रनों की आतिशी पारी खेलने वाले संजू सैमसन की तारीफ की. स्‍टीव स्मिथ ने कहा कि सैमसन ने अविश्वनस्नीय पारी खेली. ऐसा लग रहा था कि वह जो भी शॉट मार रहे हैं वो छक्के के लिए जा रहा है. मैं बस संजू सैमसन को स्ट्राइक दे रहा था. वह हर गेंद को बल्ले के बीचों बीच ले रहे थे. मुझे उम्मीद है कि इस पारी ने उन्हें आईपीएल के लिए तैयार कर दिया होगा.

(एजेंसी इनपुट)