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Ahemdabad Team: अहमदाबाद की टीम पर कब आएगा फैसला, जानिए पूरी डिटेल

अहमदाबाद की टीम को लेकर मामला फंसा हुआ है. इस मुद्दे पर क्या फैसला होता है, इसका सभी आईपीएल प्रेमियों को इंतजार है. इस संबंध में आईपीएल जीसी की मीटिंग भी कई दिन पहले हो चुकी है.

Updated on: 11 Dec 2021, 10:42 PM

नई दिल्ली :

Ahemdabad Team in IPL: अहमदाबाद की टीम को लेकर तमाम कशमकश जारी है. सभी आईपीएल प्रेमी इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि अहमदाबाद की टीम को लेटर ऑफ इंटेट कब मिलेगा. मिलेगा भी या नहीं. अहमदाबाद की टीम को लेकर बीसीसीआई आईपीएल जीसी का गठन कर चुकी है. आईपीएल जीसी की इस बारे में जांच संबंधी मीटिंग भी हो चुकी है. मीटिंग में अहमदाबाद की टीम खरीदने वाली सीवीसी कैपिटल्स की जांच हुई थी. 

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आपको बता दें कि आईपीएल में इस बार यानी आईपीएल 2022 के लिए दो नई टीमों अहमदाबाद और लखनऊ को शामिल किया गया है. लखनऊ की टीम को आरपीजीसी ग्रुप ने 7080 करोड़ रुपये में खरीदा था. वहीं, अहमदाबाद की टीम को सीवीसी कैपिटल्स ने 5625 करोड़ रुपये में खरीदा था. 

अहमदाबाद की टीम का मामलाः मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ये आरोप लगे थे कि अहमदाबाद की टीम को खरीदने वाली सीवीसी कैपिटल का पैसा एक विदेशी कंपनी में लगा हुआ है. यह कंपनी सट्टेबाजी से जुड़ी कंपनी बताई जा रही है. सट्टेबाजी भारत में बैन है. सट्टेबाजी से जुड़ी कंपनी में इंवेस्टमेंट कर रही सीवीसी कैपिटल्स को भला आईपीएल में हिस्सा लेने का मौका कैसे मिल सकता है. विदेशी कंपनी से सीवीसी के जुड़ाव की जांच करने के लिए बीसीसीआई ने आईपीएल जीसी का गठन किया था. इसकी मीटिंग 3 दिसंबर को हुई थी. इस मीटिंग में सभी आरोपों की जांच हुई. अब आईपीएल प्रेमी इसकी रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. इसकी रिपोर्ट जल्द आने की उम्मीद है. 

आरोप सही निकले तो क्या होगाः आरोप सही निकले तो अहमदाबाद की टीम की फ्रेंचाइजी का अधिकार सीवीसी कैपिटल्स से लेकर ऐसी कंपनी को दिया जाएगा, जिसने दूसरा सबसे बड़ा टेंडर डाला था. सीवीसी कैपिटल्स ने अहमदाबाद की टीम खरीदने के लिए 5625 करोड़ रुपये के टेंडर डाले थे, जबकि इसके बाद दूसरे नंबर के टेंडर अडानी की कंपनी के थे. ऐसे में इस टीम के अधिकार अडानी के पास पहुंच जाएंगे. 

ये बोली सीवीसी कैपिटल्सः इस मामले में सीवीसी कैपिटल्स के कुछ अधिकारी मीडिया के सामने ये कह चुके हैं कि बिडिंग यानी सट्टेबाजी कंपनी का भारत में कोई इंवेस्टमेंट नहीं है. भारत में सट्टेबाजी बैन है और सीवीसी कैपिटल्स का सीधे सट्टेबाजी से कोई लेना-देना नहीं है. विदेशी कंपनी जहां बिडिंग करती है, वहां बिडिंग बैन नहीं है. ऐसे में समस्या की कोई बात नहीं है.