Virat Kohli: विराट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी वनडे में 52 रन की पारी खेली थी. ये पारी इस बात का संकेत थी कि चैंपियंस ट्रॉफी से पहले विराट फॉर्म में लौट आए हैं. चैंपियंस ट्रॉफी में भी उनसे टीम इंडिया को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है ताकि 2013 के बाद फिर से इस खिताब कब्जा जमाया जा सके. वैसे बड़े टूर्नामेंट में कोहली का प्रदर्शन विराट होता है चैंपियंस ट्रॉफी में इस दिग्गज का जो बल्लेबाजी औसत है उसे देख विपक्षी टीम के गेंदबाजों की नींद उड़नी तय है.
चैंपियंस ट्रॉफी में विराट का प्रदर्शन
विराट कोहली ने 2009 से 2017 के बीच आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के 13 मैच खेले हैं. इसकी 12 पारियों में विराट 88.16 की औसत से 529 रन बनाए हैं. सर्वाधिक स्कोर नाबाद 96 है. विराट के बैटिंग औसत को देख विपक्षी गेंदबाजों की परेशानी बढ़नी तय है. बड़े टूर्नामेंट में विराट और भी निखरकर सामने आते हैं. ऐसे में ये खिलाड़ी आगामी टूर्नामेंट में बड़ी चुनौती बन सकता है.
विराट के पास आखिरी मौका
विराट कोहली शतकों के बादशाह माने जाते हैं. वनडे क्रिकेट में अबतक 50 शतक लगा चुके हैं लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी 12 मैचों में वे एक भी शतक नहीं लगा सके हैं. विराट के पास चैंपियंस ट्रॉफी में शतक लगाने का ये आखिरी मौका है. अगर वे इस बार चूक गए तो शायद इस इवेंट में फिर कभी शतक न लगा पाएं क्योंकि अगली बार जब चैंपियंस ट्रॉफी हो तब तक शायद ही विराट क्रिकेट में सक्रिय हों.
विराट के सामने है ये चुनौती
विराट कोहली को वनडे फॉर्मेट का इस जेनरेशन का बेस्ट बल्लेबाज माना जाता है. चैंपियंस ट्रॉफी भी वनडे फॉर्मेट में होनी है. विराट ने पिछले मैच में अर्धशतक जरुर लगाया था लेकिन वे पिछले कुछ समय अपने रंग में नहीं दिखे हैं. चैंपियंस ट्रॉफी में उनके पास मौका है अपनी प्रतिष्ठा के अनुरुप प्रदर्शन करने का और भारत को ये खिताब दिलाने का.
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