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एमएस धोनी के टीम में न होने से इस गेंदबाज को हुआ भारी नुकसान, जानिए क्‍यों

टीम इंडिया के पूर्व कप्‍तान एमएस धोनी ने पिछले साल विश्व कप के बाद से क्रिकेट नहीं खेला है. इसी साल के आईपीएल के जरिये उनकी क्रिकेट के मैदान में वापसी के कयास लगाए जा रहे थे.

Updated on: 04 Jul 2020, 07:50 AM

New Delhi:

टीम इंडिया (Team India) के पूर्व कप्‍तान एमएस धोनी (MS Dhoni) ने पिछले साल विश्व कप के बाद से क्रिकेट नहीं खेला है. इसी साल के आईपीएल 2020 (IPL 2020) के जरिये उनकी क्रिकेट के मैदान में वापसी के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन कोरोना वायरस (Corona Virus) महामारी के कारण आईपीएल 13 (IPL 13) स्थगित हो गया है. अभी पिछले तीन महीने छोड़ दें तो टीम इंडिया (Team India) ने लगातार अपने देश और विदेशी जमीन पर मैच खेले, लेकिन टीम को कहीं न कही एमएस धोनी (MS Dhoni) की कमी जरूर खलती रही, समय समय पर टीम के कई बड़े खिलाड़ी इसका जिक्र भी करते रहे हैं. अब चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) ने भी कहा है कि मैदान पर एमएस धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की कमी उन्हें खलती है जो विकेट के पीछे से काफी मददगार साबित होते थे. 

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महेंद्र सिंह धोनी से मैदान पर काफी बारीकियां सीखने वाले भारतीय लेग स्पिनर कुलदीप यादव को उनकी कमी खलती है और उनका मानना है कि विकेट के पीछे पूर्व कप्तान के रहने से उनके जैसे गेंदबाजों को काफी मदद मिलती थी. कुलदीप यादव ने कहा कि मैंने जब कैरियर की शुरूआत की तो मैं पिच को भांप नहीं पाता था. एमएस धोनी के साथ खेलने के बाद मैंने वह सीखा. वह बताते थे कि गेंद को कहां स्पिन कराना है. वह फील्ड जमाने में भी माहिर थे. उन्हें पता होता था कि बल्लेबाज कहां शॉट खेलेगा और उसी के हिसाब से फील्ड लगाते थे. कुलदीप यादव ने कहा कि इससे मुझे अधिक आत्मविश्वास के साथ गेंदबाजी में मदद मिली. जब से वह वनडे क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं, यह भी चला गया.

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कुलदीप का कहना है कि आस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ और दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स ऐसे दो बल्लेबाज हैं जिनके बल्ले पर अंकुश लगाना सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण है. पिछले साल लंबे समय खराब दौर का सामना करने वाले यादव ने कहा कि दोनों बल्लेबाजों में अनूठी क्षमताएं हैं. उन्होंने कहा कि स्‍टीव स्मिथ ज्यादातर बैकफुट पर खेलते हैं और काफी देर से भी खेलते हैं लिहाजा उन्हें गेंद डालना चुनौतीपूर्ण होता है. उन्होंने कहा कि वनडे में एबी डिविलियर्स बेहतरीन खिलाड़ी हैं. उनका अलग ही अंदाज है. अब वह खेल को अलविदा कह चुके हैं जो अच्छी बात है. इनके अलावा मुझे और किसी बल्लेबाज से उतना डर नहीं लगा.

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कुलदीप यादव ने कहा है कि उन्होंने आस्ट्रेलियाई दौरे की तैयारी करना शुरू कर दी है. भारत को इस साल के अंत में आस्ट्रेलिया का दौरा करना है. भारत को इस अक्टूबर में आस्ट्रेलिया के साथ तीन मैचों की टी-20 सीरीज खेलनी है. इसके बाद दिसंबर-जनवरी में दोनों टीमों को चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है. कुलदीप ने ईएसपीएनक्रिकइंफो के शो क्रिकेटबाजी पर भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर दीपदास गुप्ता से कहा कि कई बार ब्रेक लेना दिमाग को तरोताजा करने के लिए जरूरी होता है. हमारा तीन महीने का ब्रेक रहा है, इसलिए जब हम शुरुआत करेंगे तो यह नई शुरुआत होगी, एक नई पारी की तरह. मुझे लगता है कि यह समय है जब मुझे ज्यादा मेहनत करनी चाहिए, क्योंकि इस समय ज्यादा लोग अभ्यास नहीं कर रहे हैं.

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कुलदीप यादव ने कहा कि इससे मुझे फायदा होगा. ब्रेक काफी जरूरी होता है. बीते साल क्या हुआ उससे आप प्लानिंग कर काफी कुछ सीख सकते हो. आपको कुछ समय बिताना होता है और हर बार प्लान के साथ आना होता है. मैंने आस्ट्रेलियाई दौरे की तैयारी शुरू कर दी है. मैं वहां जाऊंगा और पूरे आत्मविश्वास के साथ क्रिकेट खेलूंगा. मैं वहां जाऊंगा और पूरे आत्मविश्वास के साथ क्रिकेट खेलूंगा.
कुलदीप का 2019 अच्छा नहीं रहा था. चाइनामैन गेंदबाज ने कहा कि यह मानसिक तौर पर काफी मुश्किल था. जब आपको एक विकेट लेने वाले गेंदबाज के तौर पर देखा जाता है, लेकिन जब आप विकेट नहीं ले पाते हो तो आप अपने आप पर शक करने लगते हो. मैंने गेंदबाजी कोच भरत अरुण से बात की थी जिन्होंने मुझमें आत्मविश्वास जगाया. उन्होंने कहा कि मैंने 2019 विश्व कप को लेकर अच्छी खासी तैयारी की थी क्योंकि मैं आईपीएल की अपनी असफलता से बाहर आना चाहता था. मैंने हालांकि ज्यादा विकेट नहीं लिए लेकिन मैंने गेंदबाजी अच्छी की थी. इसके बाद से मैं टीम में अंदर-बाहर होता रहा हूं.

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उन्होंने बताया कि साथी स्पिनर युजवेंद्र चहल से उनका खास रिश्ता है जिनकी मैदान से भीतर और बाहर राय को वह काफी तवज्जो देते हैं. उन्होंने कहा कि उसने हमेशा मेरा ध्यान रखा है. एक बड़े भाई की तरह. इतने सारे मैच खेलने के बाद भी मैदान के बाहर भी वह मुझे क्रिकेट और क्रिकेट से इतर सलाह देता है. उन्होंने कहा कि यह तालमेल मैदान पर भी नजर आता है. हमारे बीच कभी प्रतिस्पर्धा नहीं रही. पिछले साल भी हम में से एक को ही मौका मिलता रहा है. हमने तालमेल में हमेशा अच्छी गेंदबाजी की और विकेट के पीछे महेंद्र सिंह धोनी के होने से काफी मदद मिलती थी.

(इनपुट एजेंसी)