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''शेन वॉर्न से बेहतर थी सेचिन तेंदुलकर को डाली हुई मेरी गेंद''

इंग्लैंड ने 2012/13 में भारत में जब टेस्ट सीरीज 2-1 से जीती थी तब मोंटी पनेसर और ग्रीम स्वान उस जीत के मुख्य किरदार रहे थे.

Updated on: 07 Aug 2020, 05:51 PM

नई दिल्ली:

इंग्लैंड (England Cricket) ने 2012/13 में भारत (Team India) में जब टेस्ट सीरीज 2-1 से जीती थी तब मोंटी पनेसर (Monty Panesar) और ग्रीम स्वान उस जीत के मुख्य किरदार रहे थे. टीम ने पहला टेस्ट बड़े अंतर से गंवा दिया था लेकिन बाद के दोनों टेस्ट मैचों में दमदार वापसी करते हुए भारत को उसके ही घर में मात दी थी.

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वापसी की शुरुआत दूसरे टेस्ट मैच में पनेसर को शामिल करने के बाद हुई थी जिन्होंने वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए मैच की पहली पारी में पांच विकेट लिए थे. इसमें उनका सबसे बड़ा विकेट सचिन तेंदुलकर का रहा था. पनेसर ने अब कहा है कि उन्होंने जिस गेंद पर सचिन को बोल्ड किया था वो 1993 में ऑस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर शेन वार्न की उस गेंद से बेहतर है जिस पर वार्न ने इंग्लैंड के माइक गेंटिंग को बोल्ड किया था.

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पनेसर ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा, "आप गेंद को देखिए, उनका बैलेंस शानदार था, लेकिन वह पूरी तरह से गेंद की लैंथ, उसके घुमाव को पढ़ नहीं पाए थे. ईमानदारी से कहूं तो उन्हें लगा था कि जिस गति से मैं गेंदबाजी कर रहा हूं उससे गेंद लेग स्टम्प की तरफ स्किड कर जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. यह शानदार गेंद थी. मैं कहूंगा कि यह गेंद वार्न की गेंद से काफी बेहतर थी."

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उन्होंने कहा, "जब मैंने वो गेंद सचिन को डाली, तो मुझे वो ट्रेनिंग याद आ गई जो मैंने की थी. जब मैंने टेस्ट में गेंदबाजी की, मुझे लगा कि मैं काफी फिट हूं, मजबूत हूं और मुझे लग रहा था कि मैं गेंद को फ्लाइट करा सकता हूं और स्पिन करा सकता हूं. मुझे याद है कि मैंने अपने आप से क्या कहा था, कि मुझे ऑफ स्टम्प के शीर्ष को निशाना बनाना है. पनेसर ने इंग्लैंड के लिए 50 टेस्ट, 26 वनडे मैच खेले हैं. इसके अलावा एक टी-20 मैच खेला है और क्रमश: 167, 24 और दो विकेट लिए हैं.