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मोहम्मद आमिर को क्या सच में मानसिक प्रताड़ना मिली, PCB ने दिया ये जवाब

पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया. इसके साथ ही मोहम्मद आमिर ने आरोप लगाया कि उनका बोर्ड मैनेजमेंट उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है.

Updated on: 17 Dec 2020, 06:57 PM

कराची :

पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया. इसके साथ ही मोहम्मद आमिर ने आरोप लगाया कि उनका बोर्ड मैनेजमेंट उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है. पाकिस्तान की वेबसाइट खेल-शेल की ओर से जारी वीडियो साक्षात्कार में करीब 28 साल के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने यह हैरानी भरी घोषणा की. अभी श्रीलंका में मौजूद मोहम्मद आमिर ने स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने के कारण लगे प्रतिबंध के बारे में कहा कि मैं इस बार क्रिकेट को अलविदा कह रहा हूं क्योंकि मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है. 

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मोहम्मद आमिर ने साफ तौर पर कहा कि मैं अब इस प्रताड़ना का सामना नहीं कर सकता. मैंने 2010 से 2015 तक प्रताड़ना का सामना किया, कारण चाहे कुछ भी रहा हो मैं क्रिकेट से दूर रहा. मैंने सजा का सामना किया और सब कुछ किया. उन्होंने कहा, लेकिन लगातार हो रही इस चर्चा से मैं प्रताड़ित महसूस कर रहा हूं कि पीसीबी (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) ने मेरे ऊपर निवेश किया. मैं मौजूदा प्रबंधन के अंतर्गत नहीं खेल सकता. 

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सोशल मीडिया पर आमिर का वीडियो वायरल होने के बाद पीसीबी के मुख्य कार्यकारी वसीम खान ने इस तेज गेंदबाज से बात की और संक्षिप्त बयान जारी किया. बयान के अनुसार, 29 साल के इस खिलाड़ी (आमिर) ने पीसीबी के मुख्य कार्यकारी को पुष्टि की है कि उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का कोई इरादा या इच्छा नहीं है और ऐसे में भविष्य के अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए उनके नाम पर विचार नहीं होगा.  इसमें कहा गया है कि यह मोहम्मद आमिर का निजी फैसला है जिसका पीसीबी सम्मान करता है और इस समय इस मुद्दे पर और कोई बयान नहीं देगा. आमिर ने लिमिटेड ओवरों के क्रिकेट पर ध्यान लगाने के लिए पिछले साल टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था क्योंकि उन्हें लगा कि उनका शरीर सभी प्रारूपों में खेलने के बोझ का सामना नहीं कर सकता. इस तेज गेंदबाज ने 2009 में डेब्यू के बाद 36 टेस्ट में 119 विकेट हासिल किए हैं. स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में उन्हें 2010 से 2015 तक प्रतिबंध का सामना भी करना पड़ा. मोहम्मद आमिर ने कहा, मैं सीमित ओवरों के क्रिकेट में पाकिस्तान के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकता हूं. लेकिन हर महीने या दो महीने में वे मेरी गेंदबाजी के बारे में कुछ कहते हैं या कहते हैं कि मैं धोखा दे रहा हूं, मेरे ऊपर काम का कोई बोझ नहीं है, वगैरह-वगैरह. 

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उन्होंने कहा, इसका मतलब है कि मुझे बताया जा रहा है कि मैं उनकी योजनाओं का हिस्सा नहीं हूं. इन सभी चीजों पर विचार करने के बाद मैं संन्यास लेने का फैसला कर रहा हूं. मैं एक या दो दिन में पाकिस्तान पहुंच रहा हूं और इसका कारण बताते हुए बयान जारी करूंगा. आमिर को न्यूजीलैंड दौरे के लिए पाकिस्तान की टीम में जगह नहीं दी गई थी. गेंदबाजी कोच वकार यूनिस ने हाल में कहा था कि उन्होंने काम के बोझ के कारण टेस्ट क्रिकेट को अलविदा नहीं कहा था और इसके पीछे के कारणों के बारे में यह तेज गेंदबाज ही बेहतर बता सकता है. आमिर पाकिस्तान की उस टीम का हिस्सा थे जिसने 2009 विश्व टी20 कप जीतने के अलावा 2017 में चैंपियन्स ट्रॉफी खिताब जीता. इस तेज गेंदबाज ने कहा कि पीसीबी के पूर्व प्रमुख नजम सेठी और पूर्व आलराउंडर शाहिद अफरीदी ही सिर्फ दो व्यक्ति थे जिन्होंने प्रतिबंध के बाद वापसी करते हुए उनकी मदद की. 

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उन्होंने कहा, मैं सिर्फ इन दो लोगों को श्रेय दूंगा. सेठी ने अकेले दम पर मेरी मदद की और मेरी वापसी के बाद जब सभी ने कहा कि आमिर के साथ मत खेलो तो उस समय अफरीदी ने मेरी मदद की. आमिर ने लंका प्रीमियर लीग (एलपीएल) में हिस्सा लिया जो बुधवार को संपन्न हुई. उनकी शानदार गेंदबाजी की बदौलत गॉल ग्लेडियेटर्स की टीम फाइनल में जगह बनाने में सफल रही जहां उसे जाफना स्टॉलियन्स के खिलाफ हार झेलनी पड़ी.