logo-image

डेक्कन चार्जर्स को BCCI से मिलेगा 4800 करोड़ रुपये का हर्जाना, देखें IPL में कैसा रहा था टीम का सफर

बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि कोर्ट का यह फैसला पूरी तरह से आश्चर्यजनक है, लेकिन पूरा आदेश देखने के बाद ही इस पर कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा. हालांकि, बीसीसीआई इस आदेश के खिलाफ अपील कर सकती है.

Updated on: 18 Jul 2020, 03:37 PM

नई दिल्ली:

साल 2020 किसी के लिए बुरा हो या न हो, लेकिन ये साल बीसीसीआई के लिए काफी बुरा गुजर रहा है. पहले कोरोना वायरस की वजह से हो रहे जबरदस्त आर्थिक नुकसान के बाद अब बॉम्बे हाईकोर्ट ने बीसीसीआई पर 4800 करोड़ रुपये का हर्जाना भुगतने का आदेश दिया है. इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआती टीमों में से एक रही डेक्कन चार्जर्स को गलत तरीके से लीग से बर्खास्त करने के एवज में बीसीसीआई को 4,800 करोड़ रुपये का हर्जाना चुकाने आदेश दिया गया है. बॉम्ब हाईकोर्ट ने लंबे समय से चले आ रहे इस विवाद का फैसला शुक्रवार को डेक्कन क्रॉनिकल्स होल्डिंग्स के अधिकार वाली आईपीएल फ्रेंचाइजी डेक्कन चार्जर्स के पक्ष में सुनाया.

बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि कोर्ट का यह फैसला पूरी तरह से आश्चर्यजनक है, लेकिन पूरा आदेश देखने के बाद ही इस पर कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा. हालांकि, बीसीसीआई इस आदेश के खिलाफ अपील कर सकती है. अधिकारी ने कहा कि कोर्ट का ये फैसला बेहद हैरान कर देने वाला है और यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे क्या होता है. उन्होंने कहा कि इस मामले में आर्बिट्रेटर पर भरोसा किया गया है और कोई आदेश पढ़ने के बाद ही उचित मूल्यांकन किया जा सकता है.

ये भी पढ़ें- कपिल देव ने की थी राहुल द्रविड़ की मदद, उसके बाद लिया बड़ा फैसला

अधिकारी ने कहा कि बीसीसीआई निश्चित तौर पर इस फैसले के खिलाफ अपील करेगा. बताते चलें कि पूरा मामला साल 2012 का है, जब बीसीसीआई ने डेक्कन चार्जर्स का अनुबंध खत्म कर दिया था और हैदराबाद की फ्रेंचाइजी ने बीसीसीआई के इस फैसले को चुनौती दी थी. डेक्कन चार्जर्स ने बॉम्बई हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और पूरे मामले की जांच के लिए अदालत ने सेवानिवृत्त न्यायाधीश सी.के. ठक्कर को इकलौता आर्बिट्रेटर नियुक्त किया. आईपीएल फ्रैंचाइजी समझौते के आधार पर आर्बिट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हुई.

डेक्कन चार्जर्स की मालिकाना हक रखने वाली कंपनी डेक्कन क्रॉनिकल्स होल्डिंग्स ने इंडियन प्रीमियर लीग से गलत तरीके से हटाए जाने को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट में 6046 करोड़ रुपये के हर्जाने के साथ ही ब्याज का भी दावा किया था. सुनवाई के दौरान बीसीसीआई ने स्पष्ट रूप से इसे समाप्त करने के निर्णय के पीछे पूरा तर्क दिया था और अपना दावा पेश किया था. डेक्कन चार्जर्स ने साल 2009 में दक्षिण अफ्रीका में खेले गए आईपीएल का दूसरा सीजन अपने नाम किया था. टीम ने एडम गिलक्रिस्ट की कप्तानी में आईपीएल 2009 का खिताब जीता था.

ये भी पढ़ें- IPL 2020 के ऐलान में BCCI क्‍यों कर रही है देरी, यहां जानिए पूरी खबर

बताते चलें कि साल 2012 में आईपीएल से बाहर किए जाने के बाद हैदराबाद फ्रेंचाइजी की बोली लगाई गई, जिसे सन टीवी नेटवर्क ने जीत लिया था. फ्रेंचाइजी की नीलामी जीतने के बाद आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद की टीम आई थी. सनराइजर्स हैदराबाद भी आईपीएल खिताब जीत चुकी है. सनराइजर्स हैदराबाद ने डेविड वॉर्नर की कप्तानी में साल 2016 में खेले गए आईपीएल 9 का खिताब जीता था. आइए अब एक नजर डालते हैं डेक्कन चार्जर्स और सनराइजर्स हैदराबाद के आईपीएल सफर पर.

साल 2008 में खेला गया आईपीएल का पहला सीजन डेक्कन चार्जर्स के लिए काफी बुरा रहा था. साल 2008 में वीवीएस लक्ष्मण की कप्तानी में डेक्कन चार्जर्स लीग राउंड में ही बाहर रह गई थी. डेक्कन चार्जर्स लीग में खेले गए कुल 14 मैचों में से केवल 2 मैच जीती थी और 12 मैच हारी थी. यही वजह रही थी कि टीम पॉइन्ट्स टेबल में सबसे नीचे 8वें स्थान पर रही थी.

ये भी पढ़ें- VIDEO : MS Dhoni का नया लुक वायरल, सितंबर में वापसी!

साल 2009 में खेला गया आईपीएल का दूसरा सीजन दक्षिण अफ्रीका में आयोजित किया गया था. इस सीजन में टीम की कप्तानी एडम गिलक्रिस्ट को सौंपी गई थी. गिलक्रिस्ट की कप्तानी में टीम अचानक तेजी से निखर कर सामने आई और आईपीएल सीजन 2 का खिताब अपने नाम किया था.

साल 2010 में खेले गए आईपीएल के तीसरे सीजन में डेक्कन चार्जर्स का प्रदर्शन मिला-जुला था. लीग राउंड में कई उतार-चढ़ाव के बाद टीम प्लेऑफ तक पहुंची थी. प्लेऑफ में खेले गए दोनों मैचों में डेक्कन चार्जर्स को हार का सामना करना पड़ा था.

साल 2011 में हुए आईपीएल के चौथे सीजन में डेक्कन चार्जर्स का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था. लीग राउंड में लगातार कई मैच हारने की वजह से टीम प्लेऑफ्स में नहीं पहुंच पाई और बाहर हो गई. इस साल डेक्कन चार्जर्स ने कुल 14 मैच खेले थे, जिनमें से उन्हें 6 में जीत और 8 में हार का सामना करना पड़ा था.

ये भी पढ़ें- IPL 2020 : 26 सितंबर को पहला मैच, छह नवंबर को हो सकता है फाइनल

साल 2012 में खेला आईपीएल का 5वां सीजन डेक्कन चार्जर्स का आखिरी सीजन था. इसी सीजन के बाद बीसीसीआई ने डेक्कन चार्जर्स को आईपीएल से बाहर निकाल दिया था. अपने आखिरी सीजन में भी डेक्कन चार्जर्स ने सभी को काफी निराश किया. इस साल खेले गए आईपीएल के 5वें सीजन में कुल 9 टीमों ने हिस्सा लिया था. लीग राउंड में सभी टीमों ने 16-16 मैच खेले थे. डेक्कन चार्जर्स लीग राउंड से ही बाहर हो गई थी. उन्होंने लीग में खेले गए कुल 16 मैचों में से सिर्फ 4 मैच जीते थे 11 मैच हारे थे जबकि उनका एक मैच बेनतीजा रहा था. इस सीजन में डेक्कन चार्जर्स 8वें स्थान पर रही थी. इस सीजन के बाद डेक्कन चार्जर्स कभी भी आईपीएल में नहीं दिखाई दी. हैदराबाद की फ्रेंचाइजी पाने के बाद साल 2013 से सनराइजर्स हैदराबाद ने आईपीएल में एंट्री मारी थी.