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संकट में फंसे कप्‍तान विराट कोहली, हितों के टकराव का मामला, BCCI लोकपाल को पत्र, जानिए पूरा मामला

लोढा समिति ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के संविधान को फिर से लागू करते हुए स्पष्ट रूप से कहा था कि हितों का टकराव, एक ऐसा क्षेत्र है जिसे इस खेल के बेहतरी के लिए हल किए जाने की जरूरत है.

Updated on: 05 Jul 2020, 01:47 PM

New Delhi:

लोढा समिति ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) (BCCI) के संविधान को फिर से लागू करते हुए स्पष्ट रूप से कहा था कि हितों का टकराव, एक ऐसा क्षेत्र है जिसे इस खेल के बेहतरी के लिए हल किए जाने की जरूरत है. भारतीय क्रिकेट में देखा गया है कि मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) सहित कई पूर्व क्रिकेटरों के खिलाफ भी हितों के टकराव का मामला सामने आ चुका है. और अब भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) के पद पर भी हितों के टकराव का मामला सामने आ रहा है और संजीव गुप्ता (Sanjeev Gupta) ने इसके लिए बीसीसीआई लोकपाल को एक मेल भी किया है.

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मेल की एक प्रति आईएएनएस से पास भी मौजूद है, जिसमें संजीव गुप्ता ने विराट कोहली के व्यापारिक उपक्रमों के बारे में बात की है और कहा है कि यह देखने में आता है कि यह लोढ़ा पैनल की सिफारिशों का उल्लंघन है, जिसे उच्चतम न्यायालय द्वारा उस समय अनुमोदित किया गया था, जिस समय बीसीसीआई का नया संविधान पंजीकृत था. गुप्ता ने कहा है कि विराट कोहली, एक ही समय पर दो पदों पर काबिज है जो कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुमोदित बीसीसीआई के नियम 38(4) का उल्लंघन है और उन्हें अपने एक पद को त्यागना होगा. उनके दो पद- ए-38 (4)(ए)-खिलाड़ी है जबकि दूसरा पद-बी-3(4)(ओ)- संविदात्मक इकाई है. उन्होंने कहा कि मैं नैतिक अधिकारी से विनम्रतापूर्वक यह अनुरोध करता हूं कि वह विराट कोहली को एक पद त्यागने का आदेश दें ताकि बीसीसीआई के संविधान दिनांक 21.08.18 नियम संख्या 38 (4) उका अनुपालन किया जा सके, जोकि शीर्ष न्यायालय द्वारा अनुमोदित है.

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संजीव गुप्ता ने आगे कहा है कि मेरी एकमात्र इच्छा सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुमोदित लोढ़ा सुधारों को बिना किसी व्यक्तिगत एजेंडे और बिना किसी भी निहित स्वार्थ के अनुमोदित करना है. मैं कम से कम व्यक्ति के व्यक्तित्व को लेकर परेशान हूं क्योंकि मैं केवल 100 फीसदी अनुपालन चाहता हूं. उन्होंने लिखा है कि मुझे कुछ भी हासिल नहीं करना है और मेरा कुछ भी दांव पर नहीं है. यह तो सर्वोच्च न्यायालय के फैसले की पवित्रता और अनुपालन है, जिसके लिए मैं पिछले चार साल से हर दिन अकेले ही संघर्ष कर रहा हूं. मैं इसके लिए तब तक लड़ना जारी रखूंगा जब तक मेरी शरीर इसकी इजाजत देती रहेगी.

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संजीव गुप्ता ने अपने मेल में विराट कोहली स्पोटर्स एलएलबी कंपनी के साथ भारतीय कप्तान की भागीदारी का भी उल्लेख किया है, जिसमें दो निदेशक-मालिक हैं, जिनका नाम विराट कोहली और अमित अरुण सजदेह है. साथ ही कॉर्नरस्टोन वेंचर पार्टनर एलएलपी का भी उल्लेख किया गया है, जिसमें तीन निदेशक-मालिक हैं और इनके नाम विराट कोहली, अमित अरुण सजदेह और बिनॉय भरत खिमजी है.