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अब BCCI का पूरा ध्‍यान घरेलू क्रिकेट पर, NCA ने कल बुलाई बैठक

बीसीसीआई की कोशिश कोरोनावायरस को ध्यान में रखते हुए घरेलू क्रिकेट की वापसी की है. इसी कारण राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) ने बुधवार को राज्य संघों के साथ बैठक बुलाई है.

Updated on: 11 Aug 2020, 08:09 AM

New Delhi:

बीसीसीआई (BCCI) की कोशिश कोरोनावायरस (CoronaVirus) को ध्यान में रखते हुए घरेलू क्रिकेट (Domestic Cricket) की वापसी की है. इसी कारण राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) (NCA) ने बुधवार को राज्य संघों के साथ बैठक बुलाई है. सहायक महानिदेशक केवीपी राव ने राज्य संघों को पत्र लिखा है और वर्चुअल बैठक को लेकर एजेंडा के बारे में बताया है. बैठक के एजेंडा में खिलाड़ियों के संबंध में राज्य संघों के साथ बात करना. राज्य संघों को एनसीए की प्रक्रिया के बारे में बताना और एक सीधा संपर्क सूत्र स्थापित करना. अच्छा इकोसिस्टम बनाने के लिए डाटा शेयर करना जैसे मुद्दे शामिल हैं.

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एक राज्य संघ के अधिकारी ने बात करते हुए कहा कि एनसीए में पिछले तीन वर्ष में पारदर्शिता पर पर्दा डाल दिया गया था और यह एक छोटे से आरामदायक क्लब जैसा लग रहा था. शुरू से शुरू करने में काफी प्रयास लगेगा. उनका राज्य संघों को एनसीए की प्रक्रिया में शामिल करना एक अच्छी चीज है. एक और राज्य संघ के अधिकारी ने डाटा शेयर करने और इकट्ठा करने को लेकर कहा कि इसे काफी सावधानी से संभालना होगा वो भी सुप्रीम कोर्ट के निजता के अधिकार को मानते हुए और उन खिलाड़ियों के डाटा को लेकर सावधान रहना होगा जो 18 साल से कम के हैं. ई-मेल में खिलाड़ियों के रिहैब, बैठक में किस तरह 2019-20 के आधार पर राज्यों को चोटें पर कैसे निगाह रखनी है, एनसीए खिलाड़ी के आंकलन, ईलाज और खिलाडियों के ट्रीटमेंट की प्रक्रिया को बताना, एनसीए के तकनीक को बताना, एथलीट मैनेजमेंट का विजन जैसे मुद्दों के बारे में बताया गया है. फिजियोथैरेपी और चोट प्रबंधन को लेकर एक राज्य संघ के अधिकारी ने कहा कि रिहैब को लेकर जब खिलाड़ियों के प्रबंधन की बात आती है तो बीते कुछ सत्रों में यह एक मुद्दा रहा है. कई शीर्ष भारतीय खिलाड़ियों ने अपने रिहैब के गलत होने के बाद असंतुष्टि जाहिर की थी. इसलिए यह प्राथमिकता होनी चाहिए.

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इससे पहले हमने आपको बताया भी था कि बीसीसीआई सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के साथ 19 नवंबर की संभावित तारीख के साथ घरेलू सत्र शुरू करने की योजना बना रहा है, लेकिन आईपीएल की टीमों से खेलने वाले भारतीय खिलाड़ी क्‍वारंटीन से जुड़े नियमों के कारण कुछ शुरुआती दौर के मुकाबलों में नहीं खेल पाएंगे. कोरोना वायरस (CoronaVirus) महामारी के कारण घरेलू सत्र में विलंब का मतलब है कि सिर्फ मुश्ताक अली ट्रॉफी (Syed Mushtaq Ali Trophy) और रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) का आयोजन हो पाएगा, जिसमें 38 टीमें दोनों फॉर्मेट में मिलाकर 245 मैच खेलेंगी. इस साल विजय हजारे ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी या चैलेंजर ट्रॉफी का आयोजन नहीं होगा और अब तक के कार्यक्रम के अनुसार ईरानी कप को लेकर भी कोई योजना नहीं है.

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बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह अस्थाई सूची है जिसे तैयार किया गया है और इसे स्वीकृति के लिए अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह के पास भेजा गया है. आईपीएल खेलकर लौटने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नियमों के अनुसार 14 दिन तक क्‍वारंटीन में रहना होगा. अधिकारी ने कहा कि यह मुद्दा मुख्य रूप से उन खिलाड़ियों के साथ है जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेले हैं और टीम के साथ हैं, कुछ क्रिकेट खेलना चाहते हैं. अगर खिलाड़ी की टीम प्ले आफ से पहले भी बाहर हो जाती है तो भी वह तीन नवंबर से पहले वापस नहीं आ पाएगा और 17 नवंबर तक उसे क्वारंटीन में रहना होगा. उन्होंने कहा कि जिनकी टीमों ने प्ले आफ में जगह बनाई है और फाइनल में पहुंच सकती हैं, उन्हें शुरुआती कुछ दौर के मुकाबलों से बाहर रहना होगा. लेकिन यह मसौदा प्रस्ताव है और इसमें बदलाव हो सकता है.

(एजेंसी इनपुट)