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पूरा पाकिस्तान एक भारतीय से डर गया, ब्लॉक किया यू-ट्यूब चैनल

इमरान के 'नए पाकिस्तान' में उनकी सरकार ने एक भारतीय यू ट्यूबर जफर हेरेटिक के यू ट्यूब चैनल को ब्लॉक कर दिया. जफर मूलतः इलाहाबाद के रहने वाले हैं और पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर हैं.

Updated on: 02 Nov 2020, 04:48 PM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान (Pakistan) के वजीर-ए-आजम इमरान खान (Imran Khan) की दोगली नीति से पूरी दुनिया वाकिफ हो चुकी है. बीते दिनों उन्होंने भारत के खिलाफ अपने एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग (Mark Zukerberg) को पत्र लिखकर इस्लाम के प्रति नफरत फैलाने वाले कंटेट को बैन करने की मांग की है. उन्होंने पत्र में भारतीय मुसलमानों पर सीएए-एनआरसी के जरिए ‘अत्याचार’ के बेबुनियाद आरोप लगाए. यह अलग बात है कि वह इस्लाम की कट्टरता को तो बढ़ावा दे ही रहे हैं, बल्कि इस बुराई को सामने लाने वालों की आवाज दबाने का काम भी कर रहे हैं. उन्होंने ऐसे ही एक भारतीय यू ट्यूबर जफर हेरेटिक के यू ट्यूब चैनल को ब्लॉक कर दिया है.

इस्लामोफोबिया का नारा बुलंद कर रहे इमरान खान
गौरतलब है कि इस वक्त इस्लामोफोबिया का नारा बुलंद कर रहा पाकिस्तान फ्रांस के राष्ट्रपति के बयान को लेकर काफी मुखर है. हालांकि इमरान खान अपने सदाबहार दोस्त चीन के उइगर मुसलमानों पर जुल्म को लेकर चुप्पी साधे रहते हैं. इसके बजाय वह जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाने को भारतीय मुस्लिमों पर जुल्म बतौर देखते हैं. इसके साथ ही खुलकर सीएए और एनआरसी का विरोध करते हैं. वह एक बार भी उस घटना का विरोध नहीं करते जिसमें फ्रांस के नीस शहर में एक कट्टर इस्लामी शख्स ने कैथोलिक चर्च में घुसकर तीन लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी. और तो और, वह उन आवाजों को भी दबा रहे हैं, जो इस्लामिक कट्टरता के खिलाफ आवाज बुलंद कर इस्लाम की सच्ची मदद कर रहे हैं. 

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भारतीय यू-ट्यूबर को किया ब्लॉक
इमरान के 'नए पाकिस्तान' में उनकी सरकार ने एक भारतीय यू ट्यूबर जफर हेरेटिक के यू ट्यूब चैनल को ब्लॉक कर दिया. जफर मूलतः इलाहाबाद के रहने वाले हैं और पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर हैं. वह जफर हेरेटिक (Zafar Heretic) नाम से अपना यू ट्यूब चैनल चलाते हैं और कट्टर मजहबी मान्यताओं, परंपराओं और कुरीतियों एवं अंधविश्वासों के खिलाफ बोलते हैं. वह मजहब की नैतिकता पर सवाल उठाते हैं और खुले तौर पर कहते हैं कि आखिर औरतों को गुलाम बनाकर उन्हें कपड़ा और खाना देने जैसी बातों को इंसानियत कैसे कहा जा सकता है? वह मत-मजहबों को खुदा, गॉड, ईश्वर की देन होने की धारणा को भी खारिज करते हैं.

इस्लाम छोड़ने वालों की बढ़ रही संख्या
हालिया कई शोध-सर्वेक्षण बता रहे हैं कि दुनिया भर में और यहां तक कि इस्लामी देशों में भी मजहब छोड़ने वाले यानी एक्स मुस्लिम बढ़ रहे हैं. इनमें भारतीय, पाकिस्तानी और बांग्लादेशी भी हैं. चूंकि इन देशों और खासकर पाकिस्तान में रहकर बैर बढ़ाने वाली मजहबी मान्यताओं का सार्वजनिक रूप से विरोध करना आसान नहीं इसलिए या तो ये देश से बाहर रहकर मजहबी कट्टरता से लड़ रहे हैं या फिर अपनी पहचान छिपाकर. 

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इस्लाम की कट्टरता को सामने ला रहे ये लोग
उनके यू ट्यूब चैनल, जैसे तर्कशील भारत- शकील प्रेम (Tarksheel Bharat-Shakeel Prem), जफर हेरेटिक (Ex-Muslim Zafar Heretic), गालिब कमाल (Ghalib Kamal), पाकिस्तानी मुलहिद-हारिस सुल्तान, (Pakistani Mulhid) द उर्दू फ्रीथिंकर (The Urdu FreeThinker), एक्स मुस्लिम स्पार्टकस (ExMuslim Spartacus) आदि तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं. शकील और जफर भारत से हैं, तो शेष पाकिस्तान से. हालांकि वे ऑस्ट्रेलिया, कनाडा आदि देशों में रह रहे हैं. ये सब अपनी-अपनी तरह से न केवल मजहबी कट्टरता के खिलाफ अलख जगा रहे हैं, बल्कि अपने समाज के युवाओं को अपनी राह पर चलने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं.

कई देशों में जबर्दस्त प्रशंसक
इन यू-ट्यब ब्लॉगर्स की तार्किक और तथ्यसम्मत बातों के कारण हजारों लोग और खासकर युवा उन्हें यू ट्यूब पर सुनते हैं. इनमें भारतीय, बांग्लादेशी, नेपाली और पाकिस्तानी भी हैं. वह अपने यू ट्यूब चैनल पर लोगों से संवाद भी करते हैं और इस क्रम में उनके सवालों के जवाब भी देते हैं. जफर खुद को नास्तिक और अनीश्वरवादी कहते हैं. उनका कहना है कि वह अपने यू-ट्यूब के जरिये मजहब और इंसानियत के फर्क को बताने का काम कर रहे हैं. उनका कहना है कि जाकिर नाइक जैसे लोग न केवल जहर घोल रहे हैं, बल्कि मानवता के लिए मुश्किलें पैदा कर रहे हैं.

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पाकिस्तान दे रहा कट्टरता को बढ़ावा
यह पहली बार नहीं है, जब पाकिस्तान ने मजहबी कट्टरता के खिलाफ बोलने वालों के यू ट्यूब चैनल ब्लॉक किए हों. वह ऐसा ही काम पाकिस्तानी मूल के यू ट्वयूबरों- गालिब कमाल (Ghalib kamal) हारिस सुल्तान (Harris Sultan) के साथ भी कर चुका है. ज्ञात हो कि पाकिस्तान, बांग्लादेश के साथ-साथ भारत में ऐसे यूट्यूबर बढ़ रहे हैं, जो मजहबी कट्टरता के खिलाफ खुलकर बोलते हैं. ये खुद को नास्तिक, अनीश्वरवादी कहते हैं। इनमें से कुछ का विवरण इस यू ट्यूब चैनल पर है-https://www.youtube.com/watch?v=piHRe7HbcPE