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दिल्ली में आला नेताओं से आज मिलेंगे सीएम योगी, इन नेताओं को मंत्री बनाने को लेकर होगी चर्चा

उत्तर प्रदेश में दूसरी बार पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली भाजपा ने सूबे में सरकार बनाने की कवायद तेज कर दी है. इस सिलसिले में आज (रविवार) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली जाएंगे.

Updated on: 16 Mar 2022, 05:00 PM

highlights

  • सरकार बनाने के लिए दिल्ली में मंत्रणा करेंगे सीएम योगी
  • प्रधानमंत्री मोदी, शाह और जेपी नड्डा से करेंगे मुलाकात
  • सीएम योगी की नई कैबिनेट पर आला नेता लगाएंगे मुहर

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में दूसरी बार पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली भाजपा ने सूबे में सरकार बनाने की कवायद तेज कर दी है. इस सिलसिले में आज (रविवार) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली जाएंगे. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात का कार्यक्रम है. माना जा रहा है कि इस दौरान नई सरकारी की रूप रेखा के साथ ही मंत्रियों के नामों पर भी चर्चा होगी.

      सीएम योगी ने दिल्ली दौरे से पहले लखनऊ में शनिवार को मुख्यमंत्री आवास पर भाजपा के उत्तर प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, संगठन महामंत्री सुनील बंसल के साथ सरकार के स्वरूप और मंत्रियों के संभावित नामों पर चर्चा की थी. योगी दिल्ली दौरे के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और संगठन महामंत्री सुनील बंसल भी दिल्ली में होंगे. गौरतलब है कि सीएम योगी के आज के कार्यक्रम में बदलाव किया गया है. अब वे लखनऊ से 10 बजे निकल कर 11:30 बजे हिंडन एयरबेस पर लैंड करेंगे. इसके बाद 12:15 पर दिल्ली पहुंचेंगे.

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2024 को ध्यान में रखकर होगा मंत्रियों चयन
राजनीतिक पंडित ये मानते है कि दिल्ली का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है, यानी जिस पार्टी की दिल्ली में मजबूत स्थिति होती है, दिल्ली की गद्दी पर वही राज करती है. लिहाजा, भाजपा को मिली इस जीत के बाद लोगों के समर्थन को 2024 तक बरकरार रखने की है. ऐसे में सरकार के गठन और मंत्रियों के चयन में पार्टी उत्तर प्रदेश की समस्त जातियों और क्षेत्रों के समीकरण को ध्यान में रखेगी, ताकि भाजपा समर्थक सभी जातियों और क्षेत्रों का समर्थन भाजपा के साथ बरकरार रख सकें. सूत्रों के मुताबिक , भाजपा उत्तर प्रदेश में इस बार कम से कम तीन तीन उप मुख्यमंत्री बनाएगी. इनमें एक पिछड़ा, एक दलित और एक पश्चिम उत्तर प्रदेश से उप मुख्यमंत्री  बनाया जा सकता है.

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मंत्रिमंडल में नए पुराने दोनों चेहरे होंगे
ऐसा माना जा रहा है कि इस बार भाजपा बूढ़े हो चुके नेताओं को आराम देकर कुछ नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह दे सकती है. माना जा रहा है कि नए चेहरों में जिन नामों की चर्चा जोरों पर हैं, वो है राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए जितिन प्रसाद, भारतीय पुलिस सेवा की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए असीम अरुण, अपर्णा यादव, नितिन अग्रवाल, राजेश त्रिपाठी, पक्षकार से नेता बने शलभ मणि त्रिपाठी, केतकी सिंह, राजेश्वर सिंह, दयाशंकर सिंह, वाचस्पति, राम विलास चौहान. इसके अलावा पुराने मंत्रियों में श्रीकांत शर्मा, सिद्धार्थनाथ सिंह, नंद गोपाल नंदी, बृजेश पाठक, भूपेंद्र चौधरी, सतीश महाना के अलावा केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा और मोहसिन रजा के नाम लगभग तय माने जा रहे हैं. 

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होली बाद शपथ ग्रहण के हैं आसार
सूत्रों के मुताबिक भाजपा संगठन ने शपथ ग्रहण के लिए तीन तारीखें तय की थीं. इन पर शनिवार को हुई चर्चा के बाद संगठन ने तय किया है कि शपथ ग्रहण होली के बाद कराया जाएगा. बताया जाता है कि शुभ मुहूर्त के हिसाब से 21 और 25 मार्च की तारीख दी गई है. इस पर अंतिम फैसला दिल्ली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पार्टी के आला नेताओं के साथ होने वाली बैठक में किया जाएगा. इसके साथ यह भी चर्चा है कि मंत्री पद के सभी दावेदार विधायकों के नाम संगठन तय करके दिल्ली ले जाएगा. इन सभी नामों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के सामने रखा जाएगा. उनसे चर्चा के बाद इन नामों को हरी झंडी दी जाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भाजपा ने राज्य में बंपर जीत हासिल की है. ऐसे में माना जा रहा है कि सीएम योगी के शपथ ग्रहण समारोह में भी प्रधानमंत्री के अलावा भाजपा और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा सभी प्रदेशों के भाजपा अध्यक्ष और संघ के पदाधिकारी भी शामिल होंगे. इस कार्यक्रम को बहुत ही भव्य बनाने की योजना है. 

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योगी बने कार्यवाहक मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को सूबे के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया. राज्यपाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार करते हुए नई सरकार के गठन तक उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में काम करते रहने को कहा. गौरतलब है कि अभी तक योगी ने राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है.