Mysterious Temple in Sambhal: संभल में शाही जामा मस्जिद है या हरिहर मंदिर इसको लेकर सर्वे रिपोर्ट विचाराधीन है, लेकिन हिंसा वाले इलाके में आज यानी शनिवार को एक 400 साल पुराना शिव मंदिर मिला है, जहां 46 साल से ताला लगा हुआ था. आज मंदिर का ताला भी खुला और पूजा अर्चना भी शुरू हुई और एक बार फिर संभल को लेकर सरगर्मी काफी बढ़ गई. ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर कैसे इस मंदिर के रहस्य से पर्दा उठा.
जरूर पढ़ें: Weather: आफत का अलर्ट! MP-छत्तीसगढ़ समेत 13 राज्यों में जीना मुहाल करेगी शीतलहर, जानें कैसे इतना बिगड़ रहा मौसम?
1978 से बंद था ये मंदिर
रिपोर्ट्स के अनुसार, संभल की मुस्लिम बस्ती में एक इमारत सालों से गुमनामी थी. बताया गया है कि ये इमारत एक मंदिर है, जो 1978 से बंद था. आज इस मंदिर को खोला गया तो उसमें बजरंग बली की मूर्ति और शिवलिंग के दर्शन हुए. इसके मंदिर में 46 साल बाद पूर्जा अर्चना शुरू हुई और भगवान के घर में आस्था की लौ जली. इस दौरान लोगों भगवान शिव और बजरंग बली की जय-जयकार के नारे भी लगाए.
कहां मिला है ये प्राचीन मंदिर?
सैकड़ों साल पुराने इस मंदिर के रहस्य से पर्दा उठते हुए अधिकारी ही नहीं स्थानीय लोग भी भौंचक्के रह गए. 90% मुस्लिम आबादी वाले संभल के सराय खां इलाके में जिस जगह प्राचीन शिव मंदिर मिला है, वो जगह संभल के सांसद जिया उर रहमान बर्क के घर से महज 200 मीटर की दूरी है. बावजूद इसके इस गुमनाम इमारत में इतना प्राचीन शिव मंदिर भी है.
जरूर पढ़ें: देखता रह गया China, भारत ने इन दो देशों के साथ मिलकर कर दिया बड़ा Game, मुट्ठी में होगा दुनिया का बाजार!
मंदिर के रहस्य से कैसे उठा पर्दा?
400 साल पुराने इस प्राचीन मंदिर का ये राज बाहर न आता. अगर बिजली चोरी की चेकिंग में पुलिस प्रशासन की टीमें इस बंद मकान में दाखिल न होती. मकान के अंदर जैसे ही पुलिस प्रशासन के जवान पहुंचे. सामने शिवलिंग और बजरंग बली के मूरत के दर्शन हो गए.
जरूर पढ़ें: Pakistan में अचानक से उतरा भारतीय विमान, खड़े हो गए शहबाज शरीफ सरकार के कान! ऐसा क्या हुआ जो गूंजे सायरन?
क्या है मंदिर का इतिहास?
अधिकारियों ने इस मंदिर का इतिहास जानने के लिए उपलब्ध रिकॉर्ड को खंगाला गया. इस दौरान उनके सामने ऐसी जानकारी निकलकर सामने आई है कि वे भौंचक्के रह गए. उनको पता चला ये मंदिर तकरीबन 400 साल पुराना है.
मंदिर के सामने खुदाई पर एक कुआं भी मिला है, जिसे अतिक्रमण के दौरान पाट दिया गया था. प्रशासन के मुताबिक मंदिर पर अवैध कब्जे की कोशिश हो रही थी. अगर बिजली चोरी की चेकिंग नहीं होती तो मंदिर भी नहीं मिलता. इसके बाद तो संभल में हलचल काफी बढ़ गई.
जरूर पढ़ें: India Russia ने ‘तेल के खेल’ में फिर कर दिया बड़ा खेला, सबसे बड़ी डील कर रच दिया इतिहास, ताकता रह गया अमेरिका!