logo-image

सोमवार से खुल सकते हैं होटल और मॉल्स, लेकिन 145 जिले बन सकते हैं कोरोना के हॉटस्पॉट

अब जब लॉकडाउन 4.0 (Lockdown) खत्म होने में महज चंद घंटे बाकी रह गए हैं, तो केंद्र सरकार एक नई गाइडलाइन (Corona Guidelines) पर काम कर रही है. इसके तहत 1 जून से देश के ज्यादातर हिस्सों से लॉकडाउन की पाबंदियां खत्म की जा सकती हैं.

Updated on: 30 May 2020, 02:07 PM

highlights

  • केंद्र एक नई गाइडलाइन (Corona Guidelines) पर काम कर रहा है.
  • 1 जून से देश के ज्यादातर हिस्सों से लॉकडाउन की पाबंदियां खत्म की जा सकती हैं.
  • कोरोना हॉटस्पॉट बन सकने वाले 145 जिलों पर है मोदी सरकार की खास पैनी नजर.

नई दिल्ली:

अब जब लॉकडाउन 4.0 (Lockdown) खत्म होने में महज चंद घंटे बाकी रह गए हैं, तो केंद्र सरकार एक नई गाइडलाइन (Corona Guidelines) पर काम कर रही है. इसके तहत 1 जून से देश के ज्यादातर हिस्सों से लॉकडाउन की पाबंदियां खत्म की जा सकती हैं. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देश के 13 शहरों को छोड़कर बाकी सभी हिस्सों से कोरोना लॉकडाउन से जुड़ी पाबंदियों को हटाया जा सकता है. यही नहीं, चरणबद्ध तरीकों से होटलों, मॉल्स और रेस्त्राओं और सार्वजनिक परिवहन के साधनों को भी 1 जून से खोलने की इजाजत दी जा सकती है. हालांकि इसके साथ ही मोदी सरकार (Modi Government) कोरोना संक्रमण के प्रचार-प्रसार को रोकने के लिए भी खासी सतर्क है. केंद्र सरकार ने 145 ऐसे नए जिलों की पहचान की है, जो आने वाले दिनों में कोरोना का हॉट स्पॉट बन सकते है. कहा जा रहा है कि अगर यहां सख्त कदम नहीं उठाए गए तो हालात गंभीर हो सकते हैं.

यह भी पढ़ेंः उद्धव ठाकरे की सरकार बताए, प्रवासी कामगारों के लिए क्या किया: हाई कोर्ट

रविवार को जारी हो सकते हैं नए दिशा-निर्देश
शनिवार को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने कोरोना लॉकडाउन 4.0 चरण की समाप्ति और भविष्य को लेकर गहन विचार-विमर्श किया. गौरतलब है कि विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. सूत्रों से प्राप्त जनाकारी के मुताबिक इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने नई गाइडलाइंस को लेकर मंथन किया. ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि रविवार को अगले 15 दिनों के लिए देश में लागू किए जाने वाले दिशा-निर्देशों को जारी किया जा सकता है. एक अनुमान है कि 13 शहरों- दिल्ली, मुंबई, चेन्नै, अहमदाबाद, ठाणे, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता-हावड़ा, इंदौर, जयपुर, जोधपुर, चेंगलपट्टु और तिरुवलुर में पाबंदियों को आगे भी जारी रखा जा सकता है.

यह भी पढ़ेंः कांग्रेस की अड़चनों के बीच मोदी 2.0 सरकार ने देशहित में कड़े फैसले किए, जेपी नड्डा ने गिनाए काम

चरणबद्ध तरीके से खोले जाएंगे होटल
होटल, मॉल्स, रेस्त्राओं को 1 जून से खोलने की इजाजत दी जा सकती है. हालांकि, होटलों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा. इस बारे में सरकार जल्द ही फैसला लेगी. अभी सिर्फ वही होटल काम कर रहे हैं जहां कोरोना के खिलाफ जंग में डटे पुलिसकर्मी, अधिकारी और हेल्थकेयर वर्करों को रखा गया है. पीएम मोदी और अमित शाह की मुलाकात के बारे में जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि यह भी मुमकिन है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को 'मन की बात' में लॉकडाउन के अगले चरण को लेकर कुछ बातें स्पष्ट करें. हालांकि, इस पर अंतिम फैसला लिया जाना अभी बाकी है. एक सूत्र के मुताबिक मोदी सरकार आगे से लॉकडाउन जैसे शब्द के इस्तेमाल से बचना चाहती है. ऐसे में राज्यों को पूरे अधिकार दिए जाएंगे कि अगर उन्हें जरूरी लगे तो सख्ती कर सकते . शहरों के हालात के मद्देनजर राज्य यह फैसला लेने के लिए स्वतंत्र होंगे कि वहां दी गई ढील को वापस लेकर और ज्यादा सख्ती की जाए या नहीं.

यह भी पढ़ेंः शुरू हो गई चाइनीज माल छोड़ने की मुहिम, सोनम के बाद मिलिंद सोमन ने उठाया ये कदम

145 जिलों पर है खास नजर
गौरतलब है कि अमित शाह के विभिन्न राज्यों के सीएम से बातचीत से पहले कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने अलग-अलग राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बैठक की. यहां उन्होंने कहा कि पूर्वी भारत कोरोना का अगला हॉट स्पॉट बन सकता है. राजीव गौबा के मुताबिक बिहार, बंगाल और ओडिशा समेत 12 राज्यों में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर लौट रहे हैं. ऐसे में यहां कोरोना का खतरा बढ़ गया है. पिछले कुछ हफ्ते से इन राज्यों में कोरोना के मरीजों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है. उधर त्रिपुरा और मणिपुर में भी कोरोना के लगातार नए केस सामने आ रहे हैं. ऐसे में केंद्र सरकार लॉकडाउन 4.0 खत्म होने के बावजूद ऐसा कुछ नहीं करना चाहती है, जिससे कोरोना मामलों में आशातीत तेजी आ जाए. ऐसे में सरकार ने जिन 145 जिलों की पहचान की है वहां अभी करीब 2147 कोरोना के केस हैं. 26 जिलों में 20 से ज्यादा केस हैं. हालांकि ये आकंड़े देश के मुकाबले सिर्फ 2.5 फीसदी है लेकिन आने वाले दिनों में इसमें तेजी से इजाफा हो सकता है. आधे से ज्यादा जिले असम, छत्तीसगढ़, झारखंड, उत्तर प्रदेश, ओडिशा और मध्यप्रदेश में हैं. बिहार में दो तिहाई केस प्रवासी मजदूरों से जुड़े हैं.

यह भी पढ़ेंः भारत में कोरोना वायरस की दवा की बिक्री के लिए इस अमेरिकी कंपनी ने अनुमति मांगी

ज्यादातर मरीज़ फिलहाल बड़े शहरों में
महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश ऐसे बड़े राज्य है जहां से हर रोज कोरोना के मरीजों की संख्या भारी इजाफा होता है. 1 लाख 65 हज़ार से ज्यादा केस इन्ही राज्यों से है. बता दें कि 13 मई तक भारत में कोरोना के सिर्फ 75 हजार मरीज़ थे, लेकिन सिर्फ 17 दिनों में ये आंकड़ा 1 लाख 73 हजार को पार कर गया है. देश में शनिवार सुबह आठ बजे तक एक दिन में कोविड-19 से रिकॉर्ड 265 लोगों की मौत हुई और 7,964 नए मामले सामने आए. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इसके साथ ही अब देश में इस संक्रामक रोग से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,971 हो गई है और संक्रमितों की संख्या 1,73,763 पर पहुंच गई है. हालांकि फिलहाल भारत कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों की सूची में नौवें स्थान पर है.