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कांग्रेस की अड़चनों के बीच मोदी 2.0 सरकार ने देशहित में कड़े फैसले किए, जेपी नड्डा ने गिनाए काम

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी प्रधानमंत्री मोदी को बधाई देते हुए कहा कि मोदी सरकार ने बीचे एक साल में देशहित में कड़े फैसले किए हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के 6 साल के कार्यकाल में पिछले 7 दशकों का काम हुआ है.

Updated on: 30 May 2020, 12:42 PM

नई दिल्ली:

मोदी 2.0 सरकार के एक साल पूरे होने पर बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व डिजिटल तरीके से जश्न मना रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर जहां जनता के नाम एक पत्र जारी कर महत्वपूर्ण फैसलों का जिक्र किया, तो गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी बधाई देते हुए बीते साल के शीर्ष पड़ावों की चर्चा की. इस कड़ी में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी प्रधानमंत्री मोदी को बधाई देते हुए कहा कि मोदी सरकार ने बीचे एक साल में देशहित में कड़े फैसले किए हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के 6 साल के कार्यकाल में पिछले 7 दशकों का काम हुआ है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर, तीन तलाक से लेकर जम्मू-श्रीनगर से धारा-370 हटाने से जुड़े फैसलों और उसकी प्रतिक्रियाओं को पीएम मोदी ने फ्रंट से लीड किया है.

जे पी नड्डा ने कहा कि जब पूरा विश्व कोरोना संकट से जूझ रहा है तो भारत ने 100 से ज्यादा देशों को कोरोना से जंग में मदद की है. आज हम सभी कोरोना के साए में जी रहे हैं. भारत की स्थिति संभल रही है. पीएम मोदी की वजह से सही समय पर बोल्ड निर्णय लिए गए हैं.अब कश्मीर मुख्यधारा में शामिल हो गया है. लद्दाख भी मुख्यधारा में शामिल होकर विकास कर रहा है. संशोधित नागरिकता कानून समेत तीन तलाक रूपी बुराई भी खत्म हो सकी है. एक बोल्ड निर्णय बच्चों के खिलाफ हिंसा पर भी लिया गया है. हालांकि राम मंदिर से लेकर धारा 370 के खात्मे तक कांग्रेस ने रोड़ा अटकाने की कोई कसर बाकी नहीं रखी है. अब मोदी 2.0 सरकार के एक साल पूरे होने पर उनकी चिट्ठी लेकर दस करोड़ जनता तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है.

कोरोना से पूरा देश जूझ रहा है. इसे समझते हुए मोदी सरकार ने छोटे-बड़े व्यापारियों समेत उद्योग जगत के लिए समग्र पैकेज दिया है. आगे और भी सहूलियतों की उम्मीद की जा सकती है. लॉकडाउन के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने 14 करोड़ लोगों तक भोजन तो 4 करोड़ लोगों तक राशन पहुंचाया है. मोदी सरकार अपने संकल्प पत्र में किए गए एक-एक वादे को पूरा करेगी. वे कोरोना से जंग लड़ते हुए पूरी ताकत से देश के विकास के लिए काम कर रहे हैं. लॉकडाउन के समय भारत की कोरोना टेस्ट की क्षमता सिर्फ 10,000 टेस्ट प्रतिदिन थी और आज ये क्षमता 1.60 लाख टेस्ट प्रतिदिन है. आज करीब 4.50 लाख पीपीई किट्स प्रतिदिन देश में बन रहे हैं. करीब 58,000 वेंटिलेटर्स देश में बन रहे हैं.