Kawad Yatra 2025: हर साल सावन के महीने में शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा धार्मिक आस्था का प्रतीक मानी जाती है. सावन के पवित्र महीने में लाखों शिव भक्त इस यात्रा में भाग लेते हैं. धार्मिक मान्यता के अनुसार, कांवड़ यात्रा दौरान शिव भक्त भोले बाबा के जयकारे लगाते हुए विभिन्न पवित्र स्थलों से गंगाजल लेकर अपनी यात्रा शुरू करते हैं और फिर इस जल को शिवलिंग पर अर्पित करते हैं.
इस साल की कावड़ यात्रा को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि आखिर कावड़ यात्रा कब से शुरू हो रही है. कुछ लोगों का कहना है कि कांवड़ यात्रा 10 जुलाई से शुरू होगी, तो कुछ लोग 11 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू होने की बात कर रहे हैं. ऐसे में आइए यहां आपका कंफ्यूजन दूर करते...
कांवड़ यात्रा कब है?
हिंदू पंचांग के अनुसार सावन के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि 11 जुलाई को दोपहर 2:06 बजे से शुरू होगी. ऐसे में इसी दिन से सावन के महीने और कांवड़ यात्रा की शुरुआत हो जाएगी. वहीं कांवड़ यात्रा का समापन 23 जुलाई 2025 को सावन शिवरात्रि के दिन होगा. ऐसे में इस साल कांवड़ यात्रा 11 जुलाई से शुरू होकर 23 जुलाई को सावन शिवरात्रि पर समाप्त होगी.
सावन में जल चढ़ाने की ये हैं तिथियां
पहला सोमवार 14 जुलाई को, दूसरा सोमवार 21 जुलाई को, तीसरा सोमवार 28 जुलाई को और चौथा सोमवार 04 अगस्त को है.
सावन में शिवलिंग पर जल कब चढ़ाया जाएगा?
सावन महीने में कांवड़ यात्रा का जल सावन शिवरात्रि के दिन चढ़ाया जाएगा. इस साल सावन शिवरात्रि 23 जुलाई 2025 को है, इसलिए 02 अगस्त को शिवलिंग पर जल चढ़ाया जाएगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान भगवान शिव द्वारा विष पीने के बाद देवताओं ने उनपर गंगाजल डालकर विष के प्रभाव को कम किया था. तब से ही सावन में शिवलिंग पर जल चढ़ाने की परंपरा शुरू हुई.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)