/newsnation/media/media_files/2025/06/04/xLnBYd0sGOmjR1RHvsa0.png)
signs before death according to Garuda Purana (Social Media)
Garun Puran : गरुड़ पुराण वैष्णव संप्रदाय से संबंधित एक महान पुराण है. सनातन धर्म में इसे मृत्यु के बाद मोक्ष प्रदान करने वाला माना जाता है. इसलिए सनातन धर्म में किसी की मृत्यु के बाद गरुड़ पुराण सुनने का प्रावधान है. इस पुराण के अधिष्ठाता भगवान विष्णु हैं. गरुड़ पुराण का मानना है कि व्यक्ति के कर्मों का फल उसे मनुष्य जीवन में ही मिलता है. साथ ही व्यक्ति के मरने के बाद भी कर्मों का फल मिलता है. गरुड़ पुराण में कुछ ऐसी बातें बताई गई हैं जिनके आधार पर व्यक्ति की मृत्यु को समझा जा सकता है. आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से...
मृत्यु से 6 महीने पहले व्यक्ति को मिलने लगते हैं ऐसे संकेत-
-गरुड़ पुराण में कहा गया है कि किसी व्यक्ति के हाथ से लेकर नाक तक का हिस्सा दिखाई नहीं देता है. अगर ऐसा किसी के साथ होता है तो समझ लीजिए कि उस व्यक्ति की मृत्यु निकट है.
-अगर पूजा के बाद दीपक बुझ जाए और व्यक्ति को उसकी गंध न आए तो समझ लें कि इंसान की मृत्यु निकट है.
-गरुड़ पुराण के मुताबिक अगर दोनों कान में उंगली डालकर बंद करने के पश्चात व्यक्ति को कोई भी ध्वनि न सुनाई दे तो ऐसा तो माना जाता है कि उसकी मृत्यु निकट है.
-गरुड़ पुराण में बताया गया है कि अगर किसी व्यक्ति का प्रतिबिंब पानी और तेल में दिखना बंद हो जाए तो उसकी मृत्यु एक महीने के अंदर हो जाती है.
-अगर आपके घर से निकलते ही कुत्ता पीछे लग जाता है और ऐसा लगातार चार दिन से ज्यादा हो तो समझ लीजिए कि मौत आपके करीब है.
-गरुड़ पुराण के मुताबिक, मृत्यु के करीब आने पर इंसान को यमदूत दिखाई देने लगते हैं.
-इसके अलावा गरुड़ पुराण में यह भी बताया गया है कि मृत्यु के समय हाथों की रेखाएं पैरों की रेखाओं में लुप्त हो जाती हैं, या कभी-कभी अदृश्य हो जाती हैं.
Ganga Dussehra 2025: गंगा दशहरा पर करें तुलसी से जुड़े ये उपाय, घर में बनी रहेगी सुख समृद्धि
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन केधर्म-कर्मसेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)