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Chanakya Niti: इंसान को इन चीजों से परखना करें शुरू, दोस्त और दुश्मन की होगी पहचान

चाणक्य की नीति (Ethics Of Chanakya) में कई ऐसी बातों का उल्लेख किया गया है जिससे लोगों की पहचान करने और सही गलत की समझ रखने की सीख मिलती है. इन नीतियों (person test on 3 things) को अपनाकर लोग कई मुसीबतों से बच सकते हैं.

Updated on: 06 Aug 2022, 08:19 AM

नई दिल्ली:

आचार्य चाणक्य की नीतियों (chanakya niti) में जीवन से जुड़े ऐसे कई पहलुओं के बारे में बताया है. जिनका अनुसरण करके जिंदगी के बारे में बेहतर जाना जा सकता है. ऐसा ही कुछ चाणक्य की आज की नीतियों के बारे में बताया जा रहा है. जिसमें कहा गया है कि कलयुग में अपनों और परायों की पहचान करना बहुत जरूरी है. वरना लोगों को हर कदम पर धोखा मिल सकता है. चाणक्य की नीति (Ethics Of Chanakya) में कई ऐसी बातों का उल्लेख किया गया है जिससे लोगों की पहचान करने और सही गलत की समझ रखने की सीख मिलती है. इन नीतियों (person test on 3 things) को अपनाकर लोग कई मुसीबतों से बच सकते हैं. आचार्य चाणक्य (chanakya niti for motivation in hindi) के अनुसार, करीबियों की पहचान करनी है तो, उन्हें कुछ चीजों के आधार पर परखना चाहिए. इससे आप फ्यूचर में धोखा खाने से बच सकते हैं. तो, चलिए आपको बताते हैं कि वे चीजें कौन-सी हैं.   

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त्याग -

आचार्य चाणक्य के मुताबिक, अगर आपको दोस्त, रिश्तेदार या किसी दूसरे इंसान को परखना है तो, उसमें त्याग की भावना देखें. जो लोग दूसरों के सुख के लिए खुद के सुख का त्याग कर सकते हैं. वो आपको कभी धोखा नहीं देंगे. वहीं जो इंसान दुख के समय आपके साथ न खड़े हो ऐसे लोगों से फौरन दूरी बना लें, क्योंकि अपनों की पहचान संकट के समय (sacrifice) ही होती है.     

चरित्र-कर्म -

जिनका व्यवहार यानी कि जो मन में दूसरों के प्रति गलत भावना न रखते हो. वे लोग कभी किसी को धोखा नहीं दे सकते. जो लोग दूसरों के लिए गलत सोचते हैं. उनके कर्म भी वैसे ही होते हैं. ऐसे लोग अपने स्वार्थ के लिए किसी के साथ भी छल (character act) कर सकते हैं.        

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स्पष्टवादी -

आचार्य चाणक्य के मुताबिक, लोगों को उनके गुणों के आधार पर परखना चाहिए. घमंड और स्वार्थ से भरे हुए इंसान पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो लोग स्पष्टवादी होते हैं. वो भले ही लोगों की नजर में बुरा बन जाए लेकिन, उसका मन काला नहीं होता. साफ और स्पष्ट बोलने वाले लोगों के दिल में जो होता है वो वही कहता है. उसकी बातों में कोई छल-कपट नहीं होता. ऐसे लोग गलत बात नहीं सुन सकते बल्कि, बराबरी से जवाब देते हैं. इसलिए, लोगों के सामने स्पष्ट शब्दों में अपनी बात रखें. अगर वो आपका अपना हुआ तो समझ जाएगा, नहीं तो आपसे मुंह (outspoken) मोड़ लेगा.