How Soul Meet the Divine: सनातन धर्म में आत्मा का परमात्मा के साथ मिलन, जिसे मोक्ष या मुक्ति के नाम से भी जाना जाता है, यह एक गहन आध्यात्मिक अवधारणा है जो विभिन्न धार्मिक और दर्शनों प्रणालियों में पाया जाता है. यह मिलन आत्मा के जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्त होने और परमात्मा (ईश्वर) के साथ विलय की अवस्था है. आइए आगे जानते हैं इसके बारे में...
आत्मा का परमात्मा से मिलन कैसे होता है?
आत्मा का परमात्मा से मिलन, सहज या सरल प्रक्रिया नहीं होती है. इसके लिए, साधक को अपने भीतर की यात्रा करनी होती है, अपने मन और इंद्रियों को वश में करना होता है, अज्ञानता और बुराइयों के आवरण को हटाना होता है. आइए जानते हैं आत्मा का परमात्मा से मिलने के लिए साधक को क्या करना होता है?
1. सत्संग और ज्ञान
सत्संग (अच्छे लोगों की संगति) और ज्ञान प्राप्ति आत्मा को परमात्मा के मार्ग पर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
2. कर्म योग
निष्काम कर्म (फल की इच्छा के बिना कार्य करना) और कर्म, आत्मा को शुद्ध करते हैं और उसे ईश्वर के करीब लाते हैं.
3. भक्ति योग
ईश्वर के प्रति प्रेम और समर्पण, आत्मा को परमात्मा से जोड़ता है.
4. ध्यान और योग
ध्यान और योग मन को शांत करने और आत्मा को ईश्वर में विलीन करने के साधन हैं.
5. अज्ञानता का नाश
अज्ञानता, मोह, और वासनाएं आत्मा और परमात्मा से मिलने के बीच बाधाएं हैं. इन बाधाओं को दूर करने के बाद ही आत्मा का परमात्मा से मिलन संभव है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)