भूतों और आत्माओं की कहानियां सदियों से इंसानों के बीच चर्चा का विषय रही हैं. दुनियाभर में भूतों से जुड़े कई किस्से मशहूर हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पहली बार भूत को किसने देखा था? क्या सच में भूत होते हैं या यह सिर्फ इंसानी कल्पना है? इतिहास के पन्नों में झांकें तो हमें कई ऐसे किस्से मिलते हैं, जहां लोगों ने भूतों को देखने का दावा किया है.
प्राचीन ग्रंथों में भूतों का जिक्र
भूतों का उल्लेख कई प्राचीन ग्रंथों और धार्मिक पुस्तकों में भी मिलता है. भारतीय ग्रंथों में प्रेत, पिशाच और आत्माओं के बारे में विस्तार से बताया गया है. हिंदू धर्म में मान्यता है कि आत्मा अमर होती है और कभी-कभी अधूरी इच्छाओं के कारण भटकती रहती है. वहीं, मिस्र की सभ्यता में भी आत्माओं और पुनर्जन्म को लेकर मान्यताएं प्रचलित हैं.
पहली बार किसने देखा भूत?
अगर ऐतिहासिक दस्तावेजों की बात करें तो प्राचीन रोम की सभ्यता में 2000 साल पहले भूतों की कहानियों का जिक्र मिलता है. रोम के लेखक और विचारक प्लिनी द यंगर (Pliny the Younger) ने पहली शताब्दी में एक ऐसे घर का जिक्र किया था, जहां भूत दिखाई देता था. इसके अलावा, मध्यकालीन यूरोप में भी कई लोगों ने भूतों को देखने का दावा किया.
ये भी पढ़ें- क्या धरती पर उतर गए हैं एलियंस, अमेरिकी सेना और वैज्ञानिकों की रिपोर्ट में सनसनीखेज दावा!
वैज्ञानिक दृष्टिकोण क्या कहता है?
वैज्ञानिकों के अनुसार, भूतों का अस्तित्व प्रमाणित नहीं है. अधिकतर मामलों में भूतों को देखने की घटना भ्रम, मनोवैज्ञानिक प्रभाव या किसी प्राकृतिक कारण से होती है. हालांकि, पैरानॉर्मल एक्सपर्ट्स का मानना है कि दुनिया में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिन्हें वैज्ञानिक भी नहीं समझ सके.
क्या सच में होते हैं भूत?
भूतों के अस्तित्व को लेकर अलग-अलग मत हैं. कुछ लोग इसे महज कल्पना मानते हैं, तो कुछ इसे वास्तविकता बताते हैं. लेकिन अब तक इसका कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला है कि भूत सच में होते हैं. यह रहस्य आज भी बना हुआ है.
ये भी पढ़ें- क्या मरने के बाद पीछा करती हैं आत्माएं, जानिए क्या कहता है साइंस?
ये भी पढ़ें- क्या सच में चंद्रमा कभी धरती के बेहद करीब था, वैज्ञानिकों के नए शोध में बड़ा खुलासा