Weather Update : देश की राजधानी दिल्ली से लेकर उत्तर भारत के कई राज्यों में इन दिनों भीषण गर्मी ने कहर बरपा रखा है. उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब जैसे राज्यों में पारा लगातार चढ़ता जा रहा है और कई जगहों पर तो तापमान पुराने रिकॉर्ड भी तोड़ रहा है. लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है और ऐसे में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने हीट वेव यानी लू को लेकर गंभीर चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले 2 दिनों तक दिल्ली, पश्चिमी राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात के कुछ हिस्सों में लू का प्रकोप जारी रहेगा. खासतौर पर 9 अप्रैल को पश्चिमी राजस्थान के कई क्षेत्रों में लू चलने की संभावना जताई गई है, जिसे देखते हुए रेड अलर्ट भी जारी किया गया है.
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मौसम विभाग ने यह भी चेतावनी दी है कि 10 अप्रैल तक पश्चिमी मध्य प्रदेश में गर्म रातों की स्थिति बन सकती है. मतलब ना दिन में राहत मिलेगी और ना ही रात को चैन. इसके अलावा राजस्थान, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र और पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में भी भीषण गर्मी देखने को मिल सकती है. सोमवार को राजस्थान का बाड़मेर देश का सबसे गर्म शहर रहा, जहां तापमान 45° सेल्सियस दर्ज किया गया था. वहीं, सौराष्ट्र और कच्छ, पूर्वी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कई हिस्सों में लू भी चल सकती है, जहां उत्तर भारत गर्मी से झुलस रहा है. वहीं, दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में मौसम मेहरबान हुआ है. मौसम विभाग के मुताबिक 9 अप्रैल को तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, केरल, माहे, तेलंगाना और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में बिजली तेज हवाओं और बारिश की संभावना है. इसके अलावा 12 अप्रैल तक पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
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कुछ इलाकों में ओलावृष्टि होने की संभावना
9 अप्रैल को बिहार के कुछ इलाकों में ओलावृष्टि होने की संभावना है, जबकि असम और मेघालय में 10 अप्रैल तक कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है. मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इस बार अप्रैल में इतनी जल्दी और इतनी ज्यादा गर्मी पड़ने की मुख्य वजह जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग है. इसके अलावा इस बार पश्चिमी विक्षोभ की कमी भी गर्मी बढ़ाने में बड़ा कारण बनी है. मार्च में लगभग 90% तक कम बारिश दर्ज की गई थी और अप्रैल में अब तक एक भी बूंद नहीं गिरी. इसी के साथ ही हवाओं की दिशा अब दक्षिण पूर्वी हो गई है, जिसकी वजह से राजस्थान से आने वाली गर्म हवाएं उत्तर भारत को और अधिक तपाने लगी हैं. मौसम विभाग के अनुसार जब किसी क्षेत्र का अधिकतम तापमान 40° सेल्सियस से अधिक होता है और यह सामान्य से 4.5° से 6.4° सेल्सियस ऊपर चला जाता है तो उस स्थिति को लू माना जाता है.
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गर्मी में बरतें सावधानी
ऐसे में शरीर में पानी की कमी चक्कर आना सिर दर्द और यहां तक कि बेहोशी तक की स्थिति बन सकती है. इस बढ़ती गर्मी के बीच सभी नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे खुद को धूप से बचाएं, ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं, हल्के और ढीले कपड़े पहनें और दोपहर 12:00 बजे से 3:00 बजे तक घर से बाहर निकलने से बचें. विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को इस मौसम में अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए. इस गर्मी को हल्के में ना लें, क्योंकि यह सिर्फ तापमान की बात नहीं हमारे स्वास्थ्य पर्यावरण और जीवनशैली को भी प्रभावित कर रही है.