Tariff Row: अमेरिका और भारत के रिश्तों में इन दिनों खींचतान जारी है. अमेरिका ने भारत पर 25 टैरिफ और 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ यानी कुल 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है. भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्ते तनावग्रस्त हैं. टैरिफ का मुद्दा देश भर में चर्चाओं का केंद्र है. इस बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने टैरिफ के मुद्दे पर बात की.
Tariff Row: भारत को निर्यात बढ़ाने और आयात कम करने की जरूरत
गडकरी ने एक कार्यक्रम में कहा कि आज की दुनिया में जो देश दादागिरी कर रहे हैं, वे इसलिए ऐसा कर पा रहे हैं क्योंकि वे आर्थिक रूप से मजबूत हैं और तकनीकी रूप से मजबूत हैं. दरअसल, शनिवार को महाराष्ट्र के विश्वेश्वरैया नेशनल प्रौद्योगिकी संस्थान में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत के निर्यात को बढ़ाने और आयात को कम करने की जरूरत है.
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Tariff Row: आर्थिक रूप से लोग मजबूत हैं
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर हमारे निर्यात की और अर्थव्यवस्था की दर बढ़ती है तो मुझे नहीं लगता कि हमें किसी के पास जाने की जरूरत पड़ेगी. कुछ लोग दादागिरी इस वजह से कर पा रहे हैं, क्योंकि आर्थिक रूप से वे लोग मजबूत हैं और उनके पास टेक्नोलॉजी है. हमें अगर अच्छे संसाधन और तकनीक मिल जाते हैं तो हम किसी पर भी धौंस नहीं जमाएंगे. हमारी संस्कृति हमें सिखाती है कि विश्व का कल्याण सबसे जरूरी है.
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Tariff Row: 'सभी समस्याओं के समाधान के लिए टेक्नोलॉजी बहुत जरूरी'
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि हम वैश्विक स्तर पर कई सारी समस्याओं को झेल रहे हैं. इस सभी समस्याओं का समाधान साइंस एंड टेक्नोलॉजी है, यानी ज्ञान. ज्ञान दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति है. उन्होंने कहा कि अगर भारत को विश्वगुरु बनना है तो निर्यात बढ़ाना और आयात को कम करना आवश्यक है. केंद्रीय मंत्री का कहना है कि रिसर्च इंस्टीट्यूट्स, आईआईटी और इंजीनियरिंग कॉलेजों को भारत की जरूरतों के अनुसार रिसर्च करना होगा. अन्य क्षेत्रों में शोध करना भी जरूरी है.
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