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महिला आयोग ने 24 घंटे के भीतर शरद यादव से मांगा जवाब, महिलाओं पर किया था आपत्तिजनक टिप्पणी

ऐसा नहीं कि शरद यादव ने पहली बार महिलाओं के खिलाफ इस तरह का कोई बयान दिया हो। इससे पहले भी वे स्मृति ईरानी को लेकर बयान दे चुके हैं।

Updated on: 25 Jan 2017, 06:38 PM

highlights

  • महिलाओं पर टिप्पणी को लेकर शरद यादव को नोटिस
  • महिला आयोग ने 24 घंटे के भीतर मांगा जवाब

नई दिल्ली:

महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने के मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के वरिष्ठ नेता शरद यादव को नोटिस भेजा है। आयोग ने नोटिस का जवाब उनसे 24 घंटे के भीतर मांगा है।

मंगलवार को पटना में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शरद यादव ने कहा था, 'बेटी की इज्जत जाएगी तो गांव और मोहल्ले की इज्जत जाएगी, वोट एक बार बिक गया तो देश की इज्जत और आने वाला सपना पूरा नहीं हो सकता।'

इस दौरान शरद यादव ने राजनीति के गिरते स्तर और पैसे-वोट के गठजोड़ पर चिंता जहिर करते हुए कहा था, 'बैलेट पेपर (मतदाता पेपर) के बारे में बड़े पैमाने पर सब जगह समझने की जरूरत है। बेटी की इज्जत से वोट की इज्जत बड़ी है।'

इस बयान के बाद बीजेपी ने शरद यादव को अपने निशाने पर ले लिया है। बीजेपी के नेताओं ने कहा कि ऐसे बयान लड़कियों और महिलाओं के प्रति उस पार्टी के दृष्टिकोण को दिखाता है।

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बीजेपी के विधान पार्षद विनोद नारायण झा ने कहा, 'मंगलवार को एक ओर देश के लोग जहां राष्ट्रीय बालिका दिवस मना रहे थे, किसी नेता का ऐसा बयान देना कहीं से भी सुखद नहीं है। ऐसे बयानों की जितनी निंदा की जाए कम है।'

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ऐसा नहीं कि शरद यादव ने पहली बार महिलाओं के खिलाफ इस तरह का कोई बयान दिया हो। इससे पहले भी वे स्मृति ईरानी को लेकर भी बयान दे चुके हैं। साथ ही एक बार वे दक्षिण भारतीय महिलाओं को लेकर भी आपत्तिजनक बयान दे चुके हैं।