Advertisment

चीन से तनाव के बीच दिल्ली में तैयारी, रक्षामंत्री ले रहे हैं हाईलेवल मीटिंग

चीन और भारत के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर हालात बेहद खतरनाक स्थिति में हैं. दोनों ही देशों की सेनाएं तोपों-टैकों और तमाम हथियारों को साथ लिए आमने-सामने खड़ी हैं.

author-image
Dalchand Kumar
एडिट
New Update
rajnath singh

चीन से तनाव के बीच रक्षामंत्री राजनाथ ले रहे हैं हाईलेवल मीटिंग( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

चीन और भारत (India China) के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर हालात बेहद खतरनाक स्थिति में हैं. दोनों ही देशों की सेनाएं तोपों-टैकों और तमाम हथियारों को साथ लिए आमने-सामने खड़ी हैं. बार-बार चीन धोखेबाजी कर भारतीय सरहद में घुसपैठ की कोशिश कर रहा है. लेकिन चीन की हर चालबाजी भारतीय जाबांजों के आगे नाकाम हो रही है. ऐसे में चीन बौखलाया है और उकसावे की कार्रवाई करने की चाल चल रहा है तो भारत भी उसके नापाक मंसूबों का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है.

यह भी पढ़ें: सीमा पर तनाव के बीच भारत-चीन इन 5 बिंदुओं पर सहमत, जानिए यहां

पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन में तनातनी के बीच देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) हाईलेवल मीटिंग कर रहे हैं. दिल्ली में यह अहम बैठक हो रही है. जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval), सीडीएस जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) शामिल हैं. इसके अलावा तीनों सेनाओं के प्रमुख भी बैठक में मौजूद हैं. कहा जा रहा है कि बैठक में चीन के साथ आगे की रणनीति को लेकर चर्चा हो रही है. चीन (China) को सबक सिखाने के लिए कोई निर्णय लिया जा सकता है.

उल्लेखनीय है कि सरहद पर भी दोनों देशों के सैन्य अधिकारी लगातार वार्ता कर रहे हैं, मगर हर बार चीन धोखा दे देता है. अपनी सामरिक और आर्थिक ताकत के गुमान में चीन दादागिरी दिखा रहा है. पैंगोंग झील (Pangong Lake) के उत्तर और दक्षिण तट पर चीनी सैनिकों और वाहनों की आवाजाही दिखाई दे रही है. कुछ जगहों पर भारी-भरकम हथियारबंद सैनिक भारतीय जवानों (India troops) के नजदीक ही हैं. इन चौकियों पर सेना हाई अलर्ट पर नहीं है. भारतीय सेना ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अगर चीनी सैनिक भड़काऊ सैन्य कदम उठाते हैं तो उनकी सेना जवाबी कार्रवाई करेगी.

यह भी पढ़ें: राहुल का मोदी सरकार पर हमला, चीन ने हमारी जमीन ले ली, क्या ये भी...

भारतीय सेना ने ऐसे ऊंचाई वाले स्थानों पर कब्जा कर लिया है, जो इसे चीनी नियंत्रण के तहत आने वाले मोल्दो गैरीसन और स्पंगुर गैप पर हावी होने की अनुमति देता है. भारत और चीन (India China) दोनों इनमें से कुछ ऊंचाइयों का दावा करते हैं. भारतीय सेना की सबसे महत्वपूर्ण ऊंचाइयों में से एक है रेचिन ला, जिसका चीनी विरोध कर रहे हैं. चीन ने भारतीय सैनिकों को पहाड़ की ऊंचाइयों से दूर करने के लिए कई प्रयास किए हैं.

भारत एलएसी (LAC) के पास फिंगर-8 पर अपना दावा करता है और उसका फिंगर-4 तक कब्जा कर रहा है, लेकिन विस्तारवादी सोच रखने वाले चीन की सेना यथास्थिति बदलने के लिए फिंगर-4 पर डेरा डाले हुए है और उसने फिंगर-5 और फिंगर-8 के बीच किलेबंदी की है. यह नया गतिरोध बिंदु बन गया है, जहां भारतीय सेना (Indian Army) एक लाभप्रद स्थिति में है.

यह भी पढ़ें: सिर्फ 500 मीटर की दूरी पर खड़े हैं भारत और चीन के सैनिक, तनाव चरम पर

यह भी पढ़ें: जयशंकर का चीन को कड़ा संदेश- यथास्थिति बदलने की कोशिश की तो...

भारत चीन India China china rajnath-singh राजनाथ सिंह
Advertisment
Advertisment
Advertisment