Mohan Bhagwat: धर्म की अधूरी समझ कितनी हो सकती है घातक? RSS प्रमुख मोहन भागवत ने बताया, सुनने लायक है बयान!

Mohan Bhagwat: महाराष्ट्र के अमरावती में आयोजित एक कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने बताया कि धर्म की अधूरी समझ अक्सर अधर्म की ओर ले जाती है.

Mohan Bhagwat: महाराष्ट्र के अमरावती में आयोजित एक कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने बताया कि धर्म की अधूरी समझ अक्सर अधर्म की ओर ले जाती है.

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Ajay Bhartia
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Mohan Bhagwat on Religion

RSS प्रमुख मोहन भागवत Photograph: (X/@ians_india)

Mohan Bhagwat News: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) मोहन भागवत ने बताया है कि धर्म की अधूरी समझ कितनी घातक साबित हो सकती है. मोहन भागवत का ये बयान सुनने लायक है. भागवत ने कहा, ‘धर्म को पूरी तरह से समझना जरूरी है. धर्म की अधूरी समझ अक्सर अधर्म की ओर ले जाती है. धर्म के नाम पर दुनिया भर में हो रहे अत्याचार इसी अज्ञानता के कारण हैं.’ RSS प्रमुख ने ये बयान महाराष्ट्र के अमरावती में आयोजित एक कार्यक्रम में दिया. हालांकि, भागवत ने ये बयान मराठी भाषा में दिया है.

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यहां सुनें- RSS चीफ भागवत का बयान

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धर्म को समझने के लिए संप्रदाय जरूरी

RSS प्रमुख मोहन भागवत ने आगे कहा, 'धर्म को समझाने के लिए संप्रदाय जरूरी हैं, क्योंकि इनके बिना कोई भी मार्ग नहीं चल सकता. बाबा ने इसे समझाया है, इसके लिए बुद्धि की जरूरत होती है, जिस संप्रदाय में बुद्धि होती है, उसे हम संप्रदाय कहते हैं.' मोहन भागवत ने जोर देते हुए कहा कि धर्म के नाम पर जो भी अत्‍याचार और उत्पीड़न हुए हैं, वे गलतफहमी और धर्म की अधूरी समझ की वजह से हुए हैं.

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'राम मंदिर बनाने से कोई हिंदू...'

संघ प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में पुणें राम मंदिर और हिंदू नेता को लेकर एक बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि राम मंदिर बनाने से कोई भी हिंदू नेता नहीं बन जाता है. राम मंदिर हिंदुओं की आस्था का विषय है. उसे बनाने से कोई हिंदू नेता नहीं बन जाता है. राम मंदिर भारतीयों की आस्था का विषय है. अतीत के बोझ तले हमें अत्यधिक घृणा, द्वेष, दुश्मनी नहीं करनी चाहिए और संदेह जताने के बाद नए मुद्दे नहीं उठाने चाहिए.'

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