Mohan Bhagwat: ‘राम मंदिर बनाने से कोई हिंदू नेता नहीं बन जाता’, RSS चीफ मोहन भागवत ने क्यों दिया ये बयान?

Mohan Bhagwat: RSS प्रमुख मोहन भागवत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि राम मंदिर बनाने से कोई हिंदू नेता नहीं बन जाता है. साथ ही उन्होंने भारत के विश्वगुरु बनने का रास्ता भी बताया.

Mohan Bhagwat: RSS प्रमुख मोहन भागवत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि राम मंदिर बनाने से कोई हिंदू नेता नहीं बन जाता है. साथ ही उन्होंने भारत के विश्वगुरु बनने का रास्ता भी बताया.

author-image
Ajay Bhartia
New Update
Mohan Bhagwat News

मोहन भागवत का बड़ा बयान Photograph: (News Nation)

Mohan Bhagwat: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत अपने बयानों के लिए सुर्खियों में रहते हैं. उनके बयान के बहुत ही गहरे मायने होते हैं. अब मोहन भागवत ने ऐसा ही एक बड़ा बयान दिया है, जिसके मायने काफी गहरे हैं. आरएसएस चीफ ने कहा कि राम मंदिर बनाने से कोई हिंदू नेता नहीं बन जाता है. ऐसे में सवाल ये है कि आखिर संघ प्रमुख ने ऐसा बयान क्यों दिया. आइए उनके बयान से ही ये समझने की कोशिश करते हैं. 

Advertisment

जरूर पढ़ें: 152 साल पुराने ‘रहस्य’ से उठा पर्दा, हैरान रह गए संभल के मुसलमान… हिंदुओं में दौड़ी खुशी की लहर!

भागवत के बयान के मायने

संघ प्रमुख मोहन भागवत ने पुणे में आयोजित ‘विश्वगुरु भारत लेक्चर’ सीरिज में ये बयान दिया. भागवत ने कहा कि राम मंदिर हिंदुओं की आस्था का विषय है. उसे बनाने से कोई हिंदू नेता नहीं बन जाता है. राम मंदिर भारतीयों की आस्था का विषय है. अतीत के बोझ तले हमें अत्यधिक घृणा, द्वेष, दुश्मनी नहीं करनी चाहिए और संदेह जताने के बाद नए मुद्दे नहीं उठाने चाहिए.’

जरूर पढ़ें: चमक गई किस्मत! India के मित्र देश में मिला इतना बड़ा ‘खजाना’, अमेरिका को नहीं हो रहा यकीन, China के छूटे पसीने

विश्वगुरु बनने का रोडमैप बताया

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ चीफ ने अपने बयान भारत कैसे विश्वगुरु का दर्जा हासिल कर सकता है, उसको रोडमैप बताया. भागवत ने कहा कि सदियों से देश में विभिन्न धर्मों, जातियों, पंथों और विचारधाराओं के लोग सद्भाव से रह रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘और इसलिए हमें विभाजन की भाषा, अल्पसंख्यक-बहुसंख्यक भेदभाव को भूलकर वर्चस्व की लड़ाई लड़नी चाहिए और हमें अपनी समावेशी संस्कृति के तहत एकजुट होना चाहिए.’ 

जरूर पढ़ें: बड़ा सवाल! 10 मिनट में कैसे फूड डिलीवरी कर रहे जोमैटो-स्विगी-जेप्टो, कहीं क्वालिटी से तो नहीं हो रहा खिलवाड़?

‘दुनिया में है शांति का अभाव’

मोहन भागवत ने कहा कि लोगों के पास अत्याधुनिक सुविधाएं और पैसा होने के बावजूद दुनिया में शांति का अभाव है. यही कारण है कि दुनिया को एक गुरु की जरूरत है. भारत उस जरूरत को पूरा कर सकता है. विश्वगुरु वह है जो जाति और धार्मिक मतभेदों को भूलकर संतों की ओर दिखाए गए समानता के मार्ग पर चलता है.’ उन्होंने कहा कि आज भारत भौगोलिक प्रगति कर रहा है, लेकिन देश को नैतिक पथ पर आगे बढ़ने की जरूरत है. अगर ऐसा होता है, तो हम अगले 20 वर्षों में विश्वगुरु का दर्जा हासिल कर सकते हैं.

जरूर पढ़ें: India America: सोचा नहीं था ऐसा होगा! भारत ने अमेरिका को इस मामले में दिया पछाड़, आपके फायदे से जुड़ी है खबर

Pune News ram-mandir Mohan Bhagwat national news trending national news latest news in Hindi National News In Hindi RSS latest national news
      
Advertisment