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पीएसएलवी-सी60 स्पेडेक्स मिशन Photograph: (X/@ISRO)
ISRO PSLV-C60 SpaDeX Mission: भारतीय अतंरिक्ष एजेंसी इसरो ने इतिहास रच दिया. इसरो ने पीएसएलवी-सी60 स्पेडेक्स मिशन की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग कर दी है. आज यानी सोमवार रात 10 बजे इस मिशन के तहत खासतौर से डिजाइन किए गए दो सैटेलाइट लॉन्च किए गए, जिनमें से प्रत्येक का वजन लगभग 220 किलोग्राम है. इनको पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) से लॉन्च किया गया. आइए जानते हैं भारत के लिए ये मिशन कितना अहम है.
स्पेडेक्स मिशन का मकसद (Spadex Mission Purpose)
भारतीय स्पेस एजेंसी का स्पेडेक्स मिशन का मकसद डॉकिंग टेक्नॉलॉजी में (Docking Technology) महारत हासिल करना है. इसरो का ये मिशन स्पेस सेक्टर में भारत के लिए मील का पत्थर साबित होगा, क्योंकि ये भारत के स्पेस स्टेशन के निर्माण में सहायक साबित होगा. इसरो ने इस मिशन को सफलतापूर्वक लॉन्च कर कीर्तिमान रच दिया है. इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी.
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— ISRO (@isro) December 30, 2024
PSLV-C60 successfully launches SpaDeX and 24 payloads.
Stay tuned for updates!
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📍 @DrJitendraSingh
इस मिशन के तहत धरती से 470 किलोमीटर की ऊंचाई पर दो सैटेलाइट्स के बीच डॉकिंग का परीक्षण किया जाएगा. इसमें एक सैटेलाइट को चेंजर और दूसरे को टारगेट कहा जा रहा है. डॉकिंग के बाद दोनों सैटेलाइट्स के बीच पावर ट्रांसफर किया जाएगा.
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भारत के लिए कितना अहम ये मिशन?
ISRO का ये मिशन भारत के लिए बेहद अहम है. इस मिशन से भारत अंतरिक्ष डॉकिंग में महारत हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देन बन गया है. डॉकिंग तकनीक से भारत के अतंरिक्ष स्पेस स्टेशन के निर्माण की शुरुआत होगी. इस टेक्नोलॉजी की मदद से ही इसरो अलग-अलग हिस्सों को अंतरिक्ष में जोड़कर एक परमानेंट स्पेस स्टेशन बनाएगा.