Anji Khad Cable Stayed Bridge: भारतीय रेलवे ने इतिहास रच दिया है. देश के पहले केबल स्टे ब्रिज का सफल टेस्ट किया है. अंजी खड्ड केबल स्टे ब्रिज इंजीनियरिंग के चमत्कार से कम नहीं है. इस ऐतिहासिक उपबल्धि की वीडियो रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया में शेयर किया है. इस ब्रिज से जम्मू कश्मीर में यातायात की कनेक्टिविटी बेहतर होगी. आइए जानते हैं कि इस पुल की क्या खासियतें और इसके बनने से जम्मू-कश्मीर को क्या फायदे होंगे.
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रेलमंत्री ने पोस्ट किया वीडियो
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘अंजी खड्ड केबल-स्टेड पुल पर मालगाड़ी और ट्रकों के साथ लोड परीक्षण’. उन्होंने अपनी पोस्ट में ट्रायल का वीडियो भी साझा किया है. इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि अंजी खड्ड केबल स्टे ब्रिज कितना भव्य हुआ है. ट्रक पर मालगाड़ी को गुजरते हुए देखा जा सका है. जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में बने इस पुल की भव्यता देखते ही बनती हैं.
यहां देखें- Anji Khad Bridge Video
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अंजी खड्ड ब्रिज की खासियतें
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ये ब्रिज भारत की कनेक्टिविटी को नई दिशा देगा, जो पुल नदी तल से 331 मीटर की ऊंचाई पर बना हुआ है. इस पुल का निर्माण 2017 में शुरू हुआ था.
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अंजी खड्ड केबल स्टे ब्रिज की लंबाई 473.25 मीटर है, जिसमें 48 स्टील केबल्स लगाए गए हैं. यही केबल्स ब्रिज को स्थिरता और मजबूती प्रदान करती हैं.
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ये पुल एक एकल खंभे पर खड़ा है, जो इसकी डिजाइन को बेहद खास बनाता है. चिनाब नदी ब्रिज पर बने आर्च ब्रिज के बाद ये दूसरा सबसे बड़ा-ऊंचा रेलवे पुल है.
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अंजी खड्ड पुल उधमपुर श्रीनगर बारामुला रेलवे लिंक (USBRL) का हिस्सा है. बताया गया है कि इस पुल का डिजाइन बेहद खास तरीके से बनाया गया है.
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पुल की डिजाइन ऐसी रखी गई है, जिससे ये भूकंप और तेज हवाओं को भी झेल सकता है.
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