Sadhguru Health Tips: आजकल मोटापा एक गंभीर समस्या बन गई है, जो हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर रही है। बच्चों, महिलाओं और पुरुषों सहित हर कोई ओबेसिटी से पीड़ित है. महिलाओं में मोटापे की समस्या गंभीर हो सकती है. ऐसे में ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु का कहना है कि महिलाओं के लिए बैली फैट ज्यादा होना कई बीमारियों का संकेत हो सकता हैं. आइए जानते हैं सद्गुरु ने बैली फैट को खतरनाक क्यों बताया है और इसे कैसे कम किया जा सकता है...
सद्गुरु के मुताबिक
सद्गुरु का कहना हैं कि खासतौर भारतीय महिलाएं मोटापे से पीड़ित हैं, जो आमतौर पर पेट की चर्बी है, जो सबसे बड़ी समस्या है. इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें जीवनशैली, गर्भावस्था के बाद पेट की चर्बी और आनुवंशिकी शामिल हैं. ऐसे में अगर कोई महिला इस तरह की समस्या से पीड़ित है तो वह निश्चित रूप से अपने जीवन में बीमारियों को आमंत्रित कर रही है.
हो सकती हैं ये बीमारियां
महिलाओं में बैली फैट से हार्मोनल इंबैलेंस की समस्या होती है. हार्मोनल इंबैलेंस से पीसीओस की बीमारी होती है. पेट के आसपास चर्बी बढ़ने से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है. साथ ही महिलाओं में प्रजनन समस्या बढ़ने के पीछे बैली फैट का सबसे बड़ा कारण है. इसमें यूरिनल माल्ट, पीरियड का दर्द और शुगर भी हैं.
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ऐसे कंट्रोल करें बैली फैट
पेट की चर्बी वाली महिलाओं को हर दिन फिजिकल एक्टिविटी करना चाहिए. इसलिए किसी भी व्यक्ति को फिट रहने के लिए पूरे दिन कोई न कोई काम करके अपने शरीर को एक्टिव रखने की कोशिश करनी चाहिए. वे पूरे दिन घूम सकते हैं या सुबह और शाम दोनों समय टहल सकते हैं या टहल सकते हैं. साथ ही सद्गुरु ने महिलाओं को हठ योग करने की सलाह दी है. हठयोग रोजाना करने से शरीर फ्लैक्सिबल और पेट की चर्बी कम होता है.
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)