logo-image

डायबिटीज के रिस्क को करना है खत्म, एक्सरसाइज करें शुरू और ये खाना कर दे कम

ज़्यादा वज़न शुगर (sugar) को बढ़ाने का एक मेन रीजन माना जाता है. शुगर के अलावा बात करें तो, ज्यादा वज़न यानी बॉडी में चर्बी भी बढ़ाता है. ऐसे में हेल्दी बॉडी को कई सीरियस बीमारियों का घर बनने में देर नहीं लगती.

Updated on: 14 Sep 2021, 04:30 PM

नई दिल्ली:

डायबिटिक कॉम्प्लीकेशन्स (diabetes complications) को दो हिस्सों में बांटा जा सकता है. एक होती है अचानक और दूसरी होती है पुरानी यानी कि लॉन्ग टर्म. अक्सर ये देखा गया है कि एक लम्बे टाइम से चली आ रही डायबिटीज की परेशानी आपकी बॉडी में कुछ ऐसी कॉम्प्लीकेशन्स पैदा कर देती हैं. जो आपकी बॉडी के एक से ज्यादा पार्ट्स को नुक्सान पहुंचा सकती हैं. ऐसे में आपको डरने या घबराने की ज़रुरत नहीं हैं क्योंकि इसका इलाज अब पोसिबल है. आपको बस महज़ इन बातों का ध्यान रखना है. जो आपके ऊपर से इस बीमारी के खतरे को कम करने में आपकी मदद कर सकती हैं.  

यह भी पढ़े : अगर नहीं चाहते कि ये बीमारियां जिंदगी में आए, तो एक पपीता रोज खाएं

ज़्यादा वज़न शुगर (sugar) को बढ़ाने का एक मेन रीजन माना जाता है. शुगर के अलावा बात करें तो, ज्यादा वज़न यानी बॉडी में चर्बी भी बढ़ाता है. ऐसे में हेल्दी बॉडी को कई सीरियस बीमारियों का घर बनने में देर नहीं लगती. इसलिए ये ज़रूरी है कि वज़न को कंट्रोल रखा जाए.

यदि आपको डायबिटीज है तो ये कोशिश करनी चाहिए की जितना हो सके अपने खाने से नमक और चीनी को हटा दें. हो सके तो पूरे तरीके से नमक ना ही लें. लेकिन अगर आप नमक के बिना नहीं रह सकते तो केवल काम चलाऊ क्वांटिटी में नमक का इस्तेमाल करें और वह भी केवल सब्जियों में. आपको बता दें कि, डायबिटीज के पेशेंट्स को सोडियम (sodium) आम तौर पर 2,300 मिलीग्राम से कम लेना चाहिए. 

यह भी पढ़े : जब भी वायरल फीवर सताए, बचने के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय

डायबिटीज के पेशेंट्स के लिए एक्सरसाइज करना बेहद जरूरी है. हर रोज थोड़ी बहुत एक्सरसाइज करते रहना हेल्थ के लिए एक बहुत अच्छी आदत है. योगा (yoga) भी हार्ट रिलेटिड प्रॉब्लम्स जैसे कि कोलेस्ट्रॉल (cholestrol) और ब्लड प्रेशर (blood pressure) के लेवल को कम करने में मदद करती है. साथ ही, योगा वज़न कम करने और स्ट्रेस से छुटकारा दिलाने में भी काफी फायदेमंद साबित होता है. इतना ही नहीं, योगा को डायबिटीज कम करने के लिए भी एक कारगर तरीका माना जाता है.

डायबिटीज का मतलब यह नहीं होता कि आपको कार्ब्स को पूरी तरह से काटना है. डायबिटीज में ऐसे कार्बोहाइड्रेट (carbohydrate) चुनने चाहिये जो बॉडी में धीरे-धीरे टूटकर स्टेबल एनर्जी देते हैं. इसके लिए आपको फ्रेश फ्रूट्स और वेजिटेबल्स खाने चाहिए. इसके अलावा ड्राई फ्रूट्स, दाल और अनाज का इस्तेमाल भी किया जा सकता है.

यह भी पढ़े : अगर रोज खाएंगे ये बीज, झट से कंट्रोल हो जाएगी डायबिटीज

साथ ही डायबिटीज के पेशेंट्स को ब्लड शुगर (blood sugar) को रोजाना चेक करना नहीं भूलना चाहिए. क्योंकि इससे ये पता लगता रहता है कि शुगर कब बढ़ती है और कब घटती है. अगर कुछ चीज़ खाने से अगले दिन शुगर बढ़ जाती है तो बेहतर होगा कि उस चीज़ को खाने से बचें. इससे आप को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं ये पता चलता रहेगा.

अगर आपको बिना वजह के स्ट्रेस या एंग्जाइटी (anxiety) होती रहती है. तो इसे कम करने की कोशिश करें. इसके लिए योगा और मैडिटेशन का रास्ता अपनाया जा सकता है. जब आपको डायबिटीज होती है, तो स्ट्रेस आपके ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा सकता है. इसलिए किसी भी तरह के फिजिकल या मेंटल स्ट्रेस से बचना या निपटना ही बेहतर होता है.