Cervical cancer Vaccine: सर्वाइकल कैंसर से जुड़ी जोखिम को कम करने में एक नए टीके से आशा की किरण उभरी है. एक रिसर्च के मुताबिक, प्रारंभिक चरण के सर्वाइकल कैंसर के खतरे से जूझ रही महिलाओं को एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमा वायरस) घातक बीमारी से बचाने में मदद मिल सकती है. यह टीका महिलाओं को उस ऑपरेशन से बचा सकता है जिसमें वर्तमान में सर्वाइकल प्रीकैंसर कोशिकाओं (CIN3) के इलाज के लिए काफी जोखिम सर्जरी करना पड़ता है. आइए जानते हैं विस्तार से इस बारे में...
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक रिसर्च में पाया गया ये वैक्सीन ( Vvax001) ने अधिक कैंसर के मरीजों में सेल्स कोशिकाओं को खत्म कर दिया है. सबसे अच्छी बात यह है कि लगभग दो वर्षों की निगरानी के बाद भी, किसी भी मरीज में यह सेल्स दोबारा विकसित नहीं हुई है.
रिसर्च के प्रमुख नतीजे
रिसर्च में 18 मरीज़ों को शामिल किया गया, जिन्हें तीन सप्ताह के अंतराल पर वैक्सीन की तीन खुराकें दी गईं. 19 सप्ताह के बाद, नौ रोगियों में कैंसर कोशिकाएं आकार में कम हो गईं या पूरी तरह से समाप्त हो गईं. बाकी नौ मरीजों में से चार में ऑपरेशन के दौरान कोई प्रीकैंसरस कोशिकाएं नहीं मिलीं. जिससे यह पता चलता है कि वैक्सीन उनके लिए भी कारगर है.
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एचपीवी और सर्वाइकल कैंसर
माना जाता है कि एचपीवी वायरस सर्वाइकल कैंसर के 99.7% मामलों का कारण बनता है. भारत समेत कई देशों में साल 2008 से 12-13 साल की लड़कियों को और हाल ही में लड़कों को भी एचपीवी वैक्सीन दी जा रही है. यह वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर के मामलों को कम करने में काफी कारगर साबित हुई है.
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)