सोशल मीडिया ( social media) में एक मैसेज वायरल हो रहा है...जिसमें एक मौलाना साहब रामभजन गाते नज़र आ रहे हैं, दावा किया जा रहा है कि अफ़गानिस्तान (Afghanistan ) पर तालिबान ( Taliban ) के कब्जे के बाद मौलाना का मिजाज बदला है, तालिबान की बर्बरता देखकर इसका राम नाम में विश्वास हो गया है और ये अब लोगों से भी राम गुण अपनाने की अपील कर रहा है...एक फेसबुक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “अफगानिस्तान के हालात देखकर याद आये श्री राम।
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कई यूजर्स ने वायरल मैसेज के साथ वीडियो भी शेयर किया है...इस वीडियो में मौलाना बकायदा राम भजन गाते सुनाई दे रहे हैं...
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इस वीडियो को 18 अप्रैल 2020 को अपलोड किया गया था.
हमने वीडियो की कीफ्रेमिंग करके इसे इंटरनेट पर तलाशा...तो हम यू-ट्यूब के एक पेज पर पहुंच गए....जहां इस वीडियो को 18 अप्रैल 2020 को अपलोड किया गया था...वीडियो को ध्यान सुना तो पता चला कि सोशल मीडिया में आधा-अधूरा वीडियो शेयर किया जा रहा है...जबकि मौलाना का पूरा बयान राम मंदिर निर्माण से जुड़ा है...
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सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाने की कोशिश
हमने इस मौलाना के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि वीडियो में दिख रहे मौलाना का नाम मौलाना सादुन नजीब कासमी है...जो बिहार के पुर्णिया जिले के रहने वाले हैं...ये अपने जलसों में हिंदू और मुस्लिम दोनों ही धर्मों पर अपने विचार खुलकर रखते हैं...डिस्क्रिप्शन से ये भी पता चला कि वायरल वीडियो बिहार के खगड़िया का है...जहां एक गांव में जलसे का आयोजन किया गया था...हमारी टीम ने मौलाना सादुन नजीब कासमी से संपर्क साधा तो हमनें बताया कि वीडियो नवंबर 2019 का है....तो इस तरह हमारी पड़ताल में साबित हुआ कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है....आधा-अधूरा वीडियो शेयर करके सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है।
Source : Vinod kumar