वित्त वर्ष 2017-18 की तीसरी तिमाही में 7.2 फीसदी जीडीपी के साथ भारत बना दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाला अर्थव्यवस्था बन गया है। इस क्रम में भारत ने चीन को भी पीछे छोड़ दिया है।
इस तिमाही में देश की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) की वृद्धि दर 7.2 फीसदी रही है। आधिकारिक आंकड़ों से बुधवार को यह जानकारी मिली। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान जीडीपी की वृद्धि दर 6.5 फीसदी थी।
विकास दर में बढ़ोतरी के पीछे कृषि, मैन्यूफैक्चरिंग, कंसट्रक्शन और कुछ सेवा क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन बताया जा रहा है। 31 मार्च को खत्म होने वाली चौथी तिमाही में विकास दर के 6.6 प्रतिशत रहने की संभावना है।
बयान में कहा गया, 'वित्त वर्ष 2017-18 की जीडीपी स्थिर (2011-12) कीमतों के आधार पर 130.04 लाख करोड़ रुपये रहेगी। जबकि वित्त वर्ष 2016-17 का पहला संशोधित अनुमान 121.96 लाख करोड़ रुपये था, जिसे 31 जनवरी 2018 को जारी किया गया था।'
वित्तवर्ष 2017-18 के दौरान 6.6 फीसदी रहने की उम्मीद है। जबकि 2016-17 के दौरान ये 7.1 फीसदी थी।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में इस तिमाही के दौरान 8.9 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। जबकि पिछली तिमाही में ये 6.9 फीसदी थी।
इसी तरह से कृषि क्षेत्र में भी 4.1 की वृद्धि दर्ज की गई है जबकि पिछली तिमाही में ये 2.7 फीसदी की ही थी। इसी तरह कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में 6.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई जो पिछली तिमाही में 2.8 फीसदी ही थी।
सेवा क्षेत्र में भी 6.7 फीसदी की वृद्धि देखी गई जो पिछली तिमाही की 6.4 फीसदी से ज्यादा है।
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Source : News Nation Bureau