ट्विटर पर लालू और सुशील के बीच जुबानी जंग, यह है पूरा मामला
चारा घोटाला मामलों में सजा काट रहे आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी के बीच बुधवार को ट्विटर पर जुबानी जंग छिड़ गयी.
नई दिल्ली:
चारा घोटाला मामलों में सजा काट रहे आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी के बीच बुधवार को ट्विटर पर जुबानी जंग छिड़ गयी. इस टकराव की शुरुआत यादव के आधिकारिक ट्विटर हैंडल की एक पोस्ट से हुई जिसे उनके करीबी साथी चलाते हैं. आरजेडी प्रमुख ने इस पर एक हिन्दी समाचार पोर्टल के एक लेख को साझा किया जिसका शीर्षक ‘‘बीजेपी लालू से इतना क्यों डरती है’’ था.
लेख को इस टिप्पणी के साथ साझा किया गया, ‘‘क्योंकि मैं इनके दुष्प्रचार,लालच, प्रतिशोध, प्रताड़ना और किसी प्रकार की ब्लैकमेलिंग से नहीं डरता. क्योंकि इनकी जातिवादी, नफ़रतवादी, संविधान व इंसान विरोधी ज़हरीली राजनीति का सबसे मुखर विरोधी हूं. सिद्धांतों से समझौता नहीं कर सकता चाहे क्यों ना फांसी हो जाए.’’
क्योंकि मैं इनके दुष्प्रचार,लालच, प्रतिशोध, प्रताड़ना और किसी प्रकार की ब्लैकमेलिंग से नहीं डरता। क्योंकि इनकी जातिवादी, नफ़रतवादी, संविधान व इंसान विरोधी ज़हरीली राजनीति का सबसे मुखर विरोधी हूँ। सिद्धांतो से समझौता नहीं कर सकता चाहे क्यों ना फाँसी हो जाए।https://t.co/3EphVOJ4cp
इन टिप्पणियों से नाराज सुशील मोदी ने जवाब दिया, ‘‘लालू प्रसाद 30 साल से संघ- बीजेपी के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं. वे अल्पसंख्यकों को डरा कर वोट लेते रहे. सम्पत्ति का लालच इतना कूट-कूट कर भरा है कि चारा घोटाला से लेकर होटल घोटाला तक कर डाला. प्रतिशोध लेने के लिए उनके राज में सैंकड़ों लोग मारे गए और ब्लैकमेलिंग के बल पर बिहार में अपहरण उद्योग पनपा. वे किस सिद्धांत की बात कर रहे हैं.’’क्योंकि मैं इनके दुष्प्रचार,लालच, प्रतिशोध, प्रताड़ना और किसी प्रकार की ब्लैकमेलिंग से नहीं डरता। क्योंकि इनकी जातिवादी, नफ़रतवादी, संविधान व इंसान विरोधी ज़हरीली राजनीति का सबसे मुखर विरोधी हूँ। सिद्धांतो से समझौता नहीं कर सकता चाहे क्यों ना फाँसी हो जाए।https://t.co/3EphVOJ4cp
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 21, 2018लालू प्रसाद ३० साल से संघ- भाजपा के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं। वे अल्पसंख्यकों को डरा कर वोट लेते रहे। सम्पत्ति का लालच इतना कूट-कूट कर भरा है कि चारा घोटाला से लेकर होटल घोटाला तक कर डाला। प्रतिशोध लेने के लिए उनके राज में सैंकड़ों लोग मारे गए और ब्लैकमेलिंग के बल पर........ pic.twitter.com/C3M8hvYMtV
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) November 21, 2018
और पढ़ें- सरकार बनाने के दावों के बीच जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा भंगखास बात यह है कि लालू और सुशील ने 1970 के दशक में ‘‘जेपी आंदोलन’’ में साथ-साथ भाग लिया था. उस समय उपमुख्मंत्री पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के महासचिव और लालू इसके अध्यक्ष थे.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Mishri Ke Upay: चमत्कारी है धागे वाली मिश्री का ये उपाय, बरसने लगेगी देवी लक्ष्मी की कृपा
-
Remove Negative Energy: नकारात्मक ऊर्जा से हैं परेशान, पानी में ये डालकर करें स्नान
-
Shani Jayanti 2024: आज शनि जयंती के दिन इस तरह करें शनिदेव की पूजा, आर्थिक संकट होगा दूर
-
Mulank 7 Numerology 2024: मई में इस मूलांक के लोगों को मिलने वाले हैं कई नए अवसर, हो जाएं तैयार