कोर्ट से 'बैटमैन' को मिली राहत, नगर निगम के अधिकारी के साथ की थी मारपीट
भोपाल की एक विशेष अदालत ने भाजपा विधायक आकाश को जमानत दे दी है.
नई दिल्ली:
बीजेपी के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) के बड़े बेटे और विधायक आकाश विजयवर्गीय (Akash Vijayvargiya) को कोर्ट से जमानत मिल गई है. भोपाल की एक विशेष अदालत ने मुचलके पर राहत दी है. नगर निगम के अधिकारियों के साथ मारपीट मामले में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था.
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गौरतलब है कि नगर निगम अधिकारियों की पिटाई करने के मामले में आकाश विजयवर्गीय को 7 जुलाई तक की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था. आकाश बीजेपी के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं और इंदौर-3 विधानसभा सीट से विधायक हैं. हाल ही में उनका एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वो नगर निगम के एक अधिकारी को क्रिकेट बैट से मार रहे हैं. इंदौर नगर निगम के अधिकारियों की टीम जर्जर मकानों को तोड़ने आई थी. लेकिन आकाश नगर निगम के अधिकारियों पर ही बरस पड़े थे.
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अदालत ने राजबाड़ा में बिजली कटौती को लेकर विरोध प्रदर्शन में 50,000 रुपये और नगर निगम के अधिकारी की पिटाई के मामले में 20,000 रुपये मुचलके पर आकाश विजयवर्गीय को जमानत दे दी है. इस मामले में गृह मंत्रालय ने प्रशासन से रिपोर्ट मांगी थी.
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विधायक आकाश विजयवर्गीय को जेल का भोजन भी करना पड़ा. बुधवार रात विधायक ने जेल के बैरक 6 की सेल में 3 कैदियों के साथ रात बिताई थी. रात 8 बजे विधायक समर्थक उनके लिए भोजन और नाश्ते का सामान लाए थे, लेकिन जिला जेल अधीक्षक ने सामान देने से इनकार कर दिया. पिछली बीजेपी सरकार ने ही जेल में कैदियों के लिए खाद्य सामग्री ले जाने पर रोक लगाई थी.