राहुल गांधी को मिली कांग्रेस की कमान, जानें पार्टी के नए अध्यक्ष के राजनीतिक सफर की एक झलक
राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी की कमान मिली और वह पार्टी अध्यक्ष के रूप में चुने गए है। चुनाव अधिकारी मुल्लाप्पल्ली रामचंद्रन ने इसकी घोषणा की।
इससे पहले राहुल गांधी पार्टी के उपाध्यक्ष थे। 16 दिसंबर को सोनिया गांधी बतौर अध्यक्ष राहुल गांधी की ताजपोशी करेंगी।
राहुल गांधी को कांग्रेस उपाध्यक्ष जनवरी 2013 में बनाया गया था। अब वह अपनी मां सोनिया गांधी की जगह लेंगे। सोनिया गांधी 1998 से इस पद पर हैं और वह सबसे लंबे समय तक इस पद पर रहने वाली पार्टी प्रमुख हैं। आइये एक नजर डालते है राहुल गांधी के राजनितिक सफर पर।
राहुल गांधी का जन्म 19 जून 1970 में दिल्ली में हुआ था। वह पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी बेटे है। राहुल गांधी की प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली में सेंट कोल्बा के स्कूल में हुई थी। इसके बाद, 1981 से 1983 तक, उन्होंने उत्तराखंड के देहरादून में दून स्कूल में आगे की पढ़ाई की।
31 अक्टूबर 1984 को इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी ने राजनीति में प्रवेश करने का फैसला किया और वह बाद में भारत के प्रधान मंत्री बने। राहुल गांधी अपनी दादी इंदिरा गांधी की मौत पर खूब रोए। राहुल गांधी इंदिरा गांधी के पार्थिव शरीर के चेहरे को रुमाल से साफ़ करते हुए दिखे थे।
साल 2004 में राहुल गांधी ने राजनितिक जगत में कदम रखा था। उन्होंने अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ा और सांसद चुने गए।
2007 में राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के महासचिव बनाए गए। इसके साथ ही उन्हें यूथ कांग्रेस और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन का प्रभार दिया गया।
कांग्रेस ने 2009 में 80 लोकसभा सीटों में जीत हासिल की थी। राहुल गांधी ने 6 हफ्तों में देशभर में 125 रैलियां की थी।
राहुल गांधी को 11 मई 2011 में भट्टा परसौल गांव से उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया था। किसानों की जमीन के जबरदस्ती सस्ते दामों में अधिग्रहण के विरोध में किसानों के साथ जुड़े हुए थे।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ 28 सीटें मिलीं। 16 दिसंबर को देश-विदेश को झकझोर देने वाला निर्भया की गैंगरेप और हत्या के बाद राहुल ने उनके दो भाइयों की शिक्षा का खर्च उठाने का फैसला किया।
राहुल गांधी को कांग्रेस उपाध्यक्ष 19 जनवरी 2013 में बनाया गया था।
राहुल गांधी 2014 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से विजयी रहे। हालांकि, उस वर्ष कांग्रेस पार्टी को अपनी सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा था।
Top Story
-
KKR vs DC : कोलकाता ने 7 विकेट से जीता मैच, दिल्ली को भारी पड़ गई पंत की ये गलती
-
Drishti Eye Drop समेत उत्तराखंड में पतंजलि के इन 14 प्रोडक्ट्स पर लगा बैन
-
VIDEO : ऋषभ पंत के एक्सीडेंट का वीडियो देख डर गए थे शाहरुख खान, पहली बार की खुलकर बात
-
वो दिन भी आने ही वाला है जब आप देश की पहली बुलेट ट्रेन में ट्रैवल करेंगे: PM मोदी
-
Amit Shah Fake Video: अमित शाह के फेक वीडियो केस में पुलिस कार्रवाई, तेलंगाना CM को भेजा नोटिस
-
Rohini Acharya Net Worth: कितनी अमीर हैं लालू की बेटी रोहिणी? सारण से लड़ रहीं चुनाव