.

14 साल के बच्चे की कैंसर से मौत, अंतिम संस्कार के लिए गईं 2100 स्पोर्ट्स कार.. हैरान कर देगा मामला

वॉशिंगटन के रहने वाले 14 साल के एलेक इनग्रामकी कैंसर की वजह से जिंदगी की जंग हार गया. एलेक को कारों का बहुत शौक था.

21 Nov 2019, 03:59:33 PM (IST)

नई दिल्ली:

आज के समय में कैंसर दुनिया की सबसे खतरनाक बीमारी बन चुकी है. कैंसर की चपेट में आने वाले किसी भी शख्स की जान बचाना काफी मुश्किल है. लिहाजा इस बीमारी से केवल वही लोग जीत पाते हैं जो कैंसर को पहले ही स्टेज में पहचान लेते हैं. इतना ही नहीं आज के समय में कैंसर को हराने की क्षमता भी केवल धनी लोगों के पास ही बची है. बीमारी सिर्फ इंसान की जिंदगी ही नहीं बल्कि उसके सभी सपनों को भी खत्म कर देती है. इसी कड़ी में आज हम आपको अमेरिका का एक ऐसा मामला बताने जा रहे हैं, जिसे जानने के बाद आप भी भावुक हो जाएंगे.

ये भी पढ़ें- दूल्हे की इस हरकत से ठनक गया दुल्हन का माथा, सच्चाई से उठा पर्दा तो सन्न रह गए लोग

अभी हाल ही में वॉशिंगटन के रहने वाले 14 साल के एलेक इनग्रामकी कैंसर की वजह से जिंदगी की जंग हार गया. एलेक को कारों का बहुत शौक था. मरने से पहले एलेक ने अपनी आखिरी इच्छा जाहिर की थी. एलेन ने कहा था कि उसकी मृत्यु के बाद स्पोर्ट्स कार के साथ अंतिम यात्रा निकाली जाए. एलेक की लास्ट विश पूरी करने के लिए 'सिडनीज सोल्जर्स ऑलवेज' नाम की संस्था आगे निकलकर आई. संस्था की मदद से एलेक की मृत्यु के बाद उसकी अंतिम यात्रा में 2100 से ज्यादा स्पोर्ट्स कार और करीब 70 सुपरबाइक्स शामिल हुईं.

(एलेक इनग्रामकी)

ये भी पढ़ें- ISSF Shooting: मनु भाकर ने ISSF विश्व कप फाइनल में जीता स्वर्ण पदक, 6ठें स्थान पर रहीं यशस्विनी सिंह

एलेक की अंतिम यात्रा में शामिल हुए ज्यादातर लोग अपनी स्पोर्ट्स कार खुद चलाकर लाए थे तो कुछ लोगों ने ड्राइवरों के साथ गाड़ियों को भेजा. एलेक की अंतिम यात्रा में किसी तरह की कोई परेशानी न हो, इसके लिए प्रशासन की अनुमति के बाद वॉशिंगटन के मिसौरी शहर को करीब दो घंटे के लिए बंद कर दिया गया था. हैरानी की बात ये है कि एलेक की अंतिम यात्रा में शामिल हुए लोग उसे जानते भी नहीं थे.

ये भी पढ़ें- AUS vs PAK: ऑस्ट्रेलिया के सामने पाकिस्तान ने घुटने टेके, 240 रनों पर सिमटी पहली पारी

एलेक की अंतिम यात्रा का आयोजन करने वाली संस्था 'सिडनीज सोल्जर्स ऑलवेज' ने इसे 'स्पोर्ट्स कार्स फॉर एलेक' का नाम दिया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 'सिडनीज सोल्जर्स ऑलवेज' संस्था चलाने वाले दाना क्रिश्चियन मैनली खुद कैंसर से जूझ रहे हैं और उनकी 8 साल की बेटी सिडनी भी कैंसर की वजह से ही मारी गई थी. यही वजह है कि क्रिश्चियन मैनली कैंसर पीड़ियों की भरसक मदद करते हैं.